राज्य के चारों थानों मे पर्यटन सहायता पुलिस केंद्रों को किया जा रहा है स्थापित,सभी सहायता केंद्रों पर आठ-आठ घण्टे की डयूटी करेंगे पुलिसकर्मी
यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को मार्गाें पर पड़ने वाले हर स्थान की देंगे जानकारी,पर्वतीय मार्गाें में भू-स्खलन और मार्गाें के अवरूद्ध होने से वाकिफ़ करवाएंगे प्रयटकों को
देहरादून,मयूर गुप्ता (शाह टाइम्स )। देश और विदेश से आने वाले दिनों में उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित चारों धाामों की यात्रा करने के लिए आने वाले पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों को जो कि रेल मार्गाें से अपनी यात्रा करते है ऐसे में भीड़भाड़ वाले रेलवे मार्गाें पर किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसकों देखते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे पी-रेणुका-देवी ने पुलिस अधाीक्षक रेलवे और संबंधिात अधिाकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।
चारधााम यात्रा और पर्यटन सीजन के प्रारंभ हो जाने के दौरान देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं यात्रियों को रेल यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोई असुविधाा न हो और चारधााम यात्र के दौरान रेलगाडियों में होने वाली अत्याधिक भीड़ को दृष्टिगत रखते हुए चारधााम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। यह बात पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे पी-रेणुका-देवी ने की। उन्होंने शनिवार को जारी किए गए दिशा-निर्देशों में कहा कि रेलवे के चारों थाने देहरादून,हरिद्वार,लक्सर और काठगोदाम में पर्यटन पुलिसक केंद्र स्थापित किए जा रहे है।
डीआईजी रेलवे ने कहा कि उक्त सहायता केंद्रों पर प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाए और वह आठ-आठ घण्टे की डयूटी करें। उन्होंने कहा कि पर्यटन पुलिस सहायता केंद्रों पर तैनात किए जाने वाले कार्मिक चारधााम यात्र पर आने वाले श्र)ालुओं को मार्गाें की जानकारी देंगे और मार्गाें पर पड़ने वाले
होटलों, धार्मशालाओं,मंदिर,अस्पताओं,बस टैक्सी और आटो रिक्शा स्टैण्ड के अलावा आपातकालीन सहायता नंबरों की जानकारी देेंगे। इसके अलावा यात्रियों और श्रद्धालुओं के साथ नम्रता का व्यवहार करेंगे इसके अलावा उच्चकोटि का अनुशासन बनाकर रखेंगे।
डीआईजी रेलवे ने पुलिस अधाीक्षक रेलवे को निर्देश दिए की चारधााम यात्र के पर्यटन सहायता केंद्रों पर तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों को भली-भांति ब्रीफिंग कर आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। उन्होंने कहा कि पर्वतीय मार्गाें पर होने वाले भू-स्खलन व अन्य कारणों से सड़क और मोटर मार्गाें के अवरूद्ध होने की जानकारी भी लाउडस्पीकर के माध्यम से बाहर से आने वाले पर्यटकों को रेलवे स्टेशन पर ही देंगे। उन्होंने कहा कि ट्रेन में यात्रियों के सामान,मोबाइल फ़ोन के चोरी हो जाने और जहरखुरानी गिरोह के सदस्यों के अलावा मानव तस्करी करने में लिप्त लोगों के संबंधा में और घटनाओं को रोकने के लिए ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने की जानकारी दी जाए।
पी-रेणुका देवी ने अपने निर्देशों में इस बात की भी जानकारी दी कि रेलवे टैªकों पेट्रोलिंग और रेलवे स्टेशनों में सघन चैकिंग अभियान बीडीएस एवं डॉग स्कवॉयड के माधयम से लगातार करवाई जाने की व्यवस्था की जाएं। इसके अलावा चैकिंग अभियान सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हो और पार्किंग की व्यवस्था भी सुदृढ बनाने के लिए सोशल मीड़िया पर भी प्रकासित करवाया जाएं। डीआईजी ने एसपी जीआरपी को निर्देश दिए कि स्टेशनों पर यात्रियों और श्रद्धालुओं की अत्याधिक भीड़ हो जाने पर अपने अधाीनस्थों से समन्वय स्थापित कर अतिरिक्त ट्रोनों को चलवाने एवं टिकट काउण्टर स्थापित करवाएं जाए।
उन्होंने स्टेशनों और प्लेटफ़ॉर्म में भगदड़ न मचे इसके लिए यात्रियों और श्रद्धालुओं को लाउडस्पीकर के माध्यम से जानकारी दी जाए और इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। वहीं ट्रेनों की छतों पर,प्रवेश द्वारा पर और इंजन वाले स्थान पर बैठकर आने वाले श्रद्धालुओं को इससे रोका जाएं और किसी भी सूरत में तीर्थ यात्रियों को उक्त स्थानों पर यात्र नहीं करने दी जाए ताकि किसी भी अनहोनी को होने से पूर्व रोका जा सकें।