नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा तथा सैन्य मामलों पर अनुसंधान और चर्चा के लिए 1870 में स्थापित देश का सबसे पुराना थिंक-टैंक ‘यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (USI) मंगलवार से यहां दो दिन के वार्षिक यूएन फोरम 2023 का आयोजन कर रहा है।
‘अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून और शांति स्थापना’ (International humanitarian law and peacekeeping) पर दो दिन के इस फोरम का आयोजन रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना संचालन केंद्र के सहयोग से किया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों को विषम युद्ध के संवदेनशील माहौल में बहुत तेजी से तैनात किया जा रहा है इससे अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून (International Humanitarian Law) के सिद्धांतों का पालन सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
व्हाट्सएप पर शाह टाइम्स चैनल को फॉलो करें
इस पृष्ठभूमि में इस फोरम का उद्देश्य एक संवादमूलक, बहु-हितधारक दृष्टिकोण के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में मानवीय कानूनी ढांचे को लागू करने की प्रासंगिकता और सीमाओं के बारे में चर्चा करना है। इन सत्रों में नागरिकों की सुरक्षा, शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के लिए जवाबदेही, शांति अभियानों में महिलाओं की भूमिका और अधिक प्रभावी संचालन के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने जैसे कुछ समसामयिक मुद्दों की गहन जांच के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा।
फोरम में ऐसे शिक्षाविदों और पेशेवरों द्वारा प्रस्तुत व्यावहारिक दृष्टिकोण शामिल किए जाएंगे, जिनके पास शांति स्थापना की चुनौतियों से निपटने का प्रत्यक्ष अनुभव है। इस फोरम में भारतीय सशस्त्र बलों और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मुख्य भाषण देंगे।