जब भी कभी योग बात होती है तो भारत का नाम सबसे पहले लिया जाता है क्योंकि योग भारत की ही देन हैं। आज बहुत से देशों ने योग को अपना लिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं योग सिर्फ जमीन पर ही नही बल्कि आसमान भी कर सकते है। आज हम आपको ऐसे शख्स का नाम बताने वाले है जिन्होंने अंतरिक्ष में सबसे पहले योग किया था।
~ Neelam Saini
विश्व में सबसे पहले भारत में योग का जन्म हुआ, जो आज बहुत से लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। दुनियाभर में भारत के योग को लोग मानते हैं, ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं की ज़मीन ही नहीं बल्कि आसमान में भी योग कर सकते है।
अंतरिक्ष में योग करने वाले एकमात्र व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि राकेश शर्मा हैं। अंतरिक्ष में जब भी भारत की पहली उड़ान की बात होती है तो राकेश शर्मा का नाम आना लाजिमी है। क्योंकि राकेश शर्मा भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री है। आज से 39 साल पहले उन्होंने साल 1984 को सोवियत संघ के अंतरिक्ष यान सोयुज टी-11 से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी। जहां पहुंचने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जब उनसे कॉल पर बात की थी कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है तब उनके शब्द थे- सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा।
आपको बता दें कि राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में 7 दिन, 21 घंटे और 40 मिनट बिताए थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने अंतरिक्ष में भी अपनी दिनचर्या को जारी रखा। राकेश शर्मा पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अंतरिक्ष में अनुशासित तरीके से योग किया था। इस दौरान गुरुत्वाकर्षण बले के बिना उन्हें योग करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
एक बार मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया था कि योग ने हमें कुछ सबक सिखाए, क्योंकि अंतरिक्ष में योग करने का मतलब है कि आप इसे शून्य गुरुत्वाकर्षण में कर रहे हैं। जबकि पृथ्वी पर, जब आप योग कर रहे होते हैं, तो गुरुत्वाकर्षण बल होता है, इसलिए वहां उस गुरुत्वाकर्षण को दोहराने के लिए इलास्टिक डोरियों के साथ एक हार्नेस डिजाइन किया गया था। हालांकि वहां खुद को संतुलित करना भी थोड़ा मुश्किल है। ऐसे में उस समय यदि किसी प्रशिक्षित ने हमें योग करते देखा होता, तो वह काफी निराश होता। आपको बता दें कि राकेश शर्मा भारतीय वायुसेना के पूर्व पायलट भी रह चुके हैं।