थाने में सुनवाई न होने पर पीड़िता ने थाने में उठाया दुस्साहसिक कदम
शाहिद अली संवाददाता
मेरठ । जनपद के किठौर थाना क्षेत्र में विवादित अहाते पर जबरन तालाबंदी से क्षुब्ध विधवा सुनवाई न होने पर अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल थाने के सामने रोड पर लेट गई। विधवा के दुस्साहसिक कदम से पुलिस और पब्लिक में हड़कंप मच गया। लोग समझा-बुझाकर उसको पुन: थाने ले गए। जिसके बाद पुलिस ने अहाते का ताला खुलवाते हुए विधवा को न्यायोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
किठौर में मवाना रोड पर शर्मा ट्रेवल्स वाले तीन भाइयों वेदप्रकाश शर्मा, गंगाशरण शर्मा और महेशचंद शर्मा का साझा अहाता था। इसमें अगल-बगल दो दुकानें और बीच में अहाते का द्वार है। बताया कि गंगाशरण शर्मा ने मौखिक रूप से इस अहाते के बदले दोनों भाइयों से सरावनी स्थित बाग का कुछ हिस्सा ले लिया। जिसके बाद अहाता वेदप्रकाश और महेशचंद शर्मा पर रह गया। दोनों भाइयों की मृत्यु के बाद वेदप्रकाश के बेटे राकेश, सतीश, अजय और महेश के बेटे पवन संजय व अमित इसमें साझे रहते रहे। अमित एक दुकान में जनरल स्टोर करता था। करीब दो वर्ष पूर्व पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर अमित का अपने सगे व चचेरे भाइयों से विवाद हुआ तो उसने मुकदमा कर दिया। जो कोर्ट में विचाराधीन है। बताया कि दो माह पूर्व अमित की बीमारी से मौत हो गई। उसके इकलौती बेटी आना है। अमित की विधवा अनुराधा फिलहाल दुकान संभाल रही है। सोमवार दोपहर करीब दो बजे अनुराधा रोजाना की तरह दुकान खुली छोड़ पास के स्कूल से बेटी को लेने गई थी।
आरोप है कि तभी पवन, राकेश, सतीश और अजय ने एकराय होकर अहाते के द्वार में ताला डाल दिया। स्कूल से लौटी अनुराधा को देवर-जेठों द्वारा तालाबंदी का पता चला तो वह थाने पहुंच गई। बताया कि घंटों गुहार के बाद भी सुनवाई न होने पर अनुराधा ने थाना परिसर में खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया और सामने मेरठ-गढ़ रोड पर लेट गई। अनुराधा के दुस्साहस से थाना पुलिस और आसपास के दुकानदारों में हड़कंप मच गया। पुलिस और पब्लिक के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और अनुराधा को समझा-बुझाकर थाने ले गए।
इंस्पेक्टर ने हल्का दारोगा को पुलिस बल सहित मौके पर भेजकर आरोपियों से अहाते का ताला खुलवाया। तब मामला शांत हुआ। पुलिस ने अनुराधा को न्यायोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बता दें कि अनुराधा के सगे जेठ संजय की मौत हो चुकी है। उसकी विधवा शिवाली है। जबकि देवर पवन अनुराधा से 40-50 लाख नकदी व अचल संपत्ति को लेकर झगड़ रहा है।
पूर्व में भी हो चुकी घटना
किठौर थाने में महिला द्वारा खुद पर तेल उड़ेलकर आत्मदाह के प्रयास का यह पहला मामला नहीं। करीब आठ वर्ष पूर्व पति इमरान के उत्पीड़न से तंग विवाहिता शहरून उर्फ छोटी ने भी थाने में केरोसिन उड़ेला था। इससे क्षुब्ध तत्कालीन एसएसआई गजराज सिंह ने उसको डांटकर थाने से भगा दिया था। गुस्साई शहरून घर पहुंची और आग लगाकर आत्महत्या कर ली। इस प्रकरण में एसएसआई को निलंबित किया गया और पति को जेल जाना पड़ा था।