दुनियां में वैसे तो बहुत से बहुत अमीर है। लेकिन आज हम विश्व में मुस्लिम देशों की आबादी और आर्थिक स्थिति के विषय में बात करेंगे। दुनियां में ऐसे मुस्लिम बहुसंख्यक देश कौन से है जो आबादी के साथ साथ अमीर भी है।
दुनिया आबादी के लिहाज से इस्लाम विश्व का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। जिसके अनुयायियों की संख्या 1.9 बिलियन तक पहुंच गई है। मुसलमान सऊदी अरब और इंडोनेशिया समेत दुनिया के कई देशों में बड़ी संख्या में हैं। फिर भी, इन दोनों देशों की आर्थिक आय का पैमाना अलग-अलग है। इनमें कई देश काफी गरीब तो कई बहुत अमीर भी हैं। तो चलिए आज हम आपको दुनिया के सबसे अमीर मुस्लिम देश के बारे में बताने जा रहे हैं। दुनिया में कई मुस्लिम बहुसंख्यक देश काफी अमीर हैं।
दुनिया के सबसे अमीर मुस्लिम देशों में कतर पहले नंबर पर आता है। कतर 1.7 मिलियन लोगों की आबादी मुस्लिम बाहुल्य देश है। 2011 में कतर का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) प्रति व्यक्ति लगभग 88,919 अमेरिकी डॉलर था। इसी वजह से कतर दुनिया का आर्थिक दृष्टि से सबसे मज़बूत देश है। सरल भाषा में कहें तो कतर दुनियां का सबसे अमीर देश है। कतर प्राकृतिक गैस, तेल और पेट्रोकेमिकल्स का भारी मात्रा में निर्यात करता है, जिससे इस देश की अच्छी कमाई होती है। कतर के पास भारी मात्रा में तेल का भंडार है।
कतर के बाद कुवैत दुनिया का दूसरा सबसे अमीर मुस्लिम देश है। जहां की आबादी 3.5 मिलियन है। कतर की तरह, 2011 में इस देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 54,664 डॉलर थी और इसमें 104 मिलियन बैरल कच्चा तेल भंडार था। कुवैत की में भी भारी मात्रा में तेल का भंडारण है और इस देश की अर्थव्यवस्था में शिपिंग उद्योग का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान है।
ब्रुनेई दारुस्सलाम दुनिया का तीसरा मुस्लिम बहुसंख्यक सबसे अमीर देश है। साल 2010 में ब्रुनेई में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 50,506 डॉलर था, जिसकी वजह से ब्रुनेई दुनिया के अमीर देशों में शामिल है। इसकी संपत्ति को बेहतरीन तेल और प्राकृतिक गैस क्षेत्रों से सहारा मिलता है जो 80 वर्षों से काम कर रहे हैं। यह देश हाइड्रोजन संसाधन निर्यात में 90 प्रतिशत का योगदान भी देता है। ब्रुनेई दुनिया में तरलीकृत प्राकृतिक गैस का नौवां सबसे बड़ा निर्यातक और तेल का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
इन देशों के अलावा अगर हम संयुक्त अरब अमीरात की बात करे तो वह दुनिया का चौथा सबसे अमीर मुस्लिम देश है। यह देश भी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के निर्यात से मोटी रकम कमाता है।
अमीरात के बाद ओमान दुनिया का पांचवा सबसे अमीर मुस्लिम देश है। ओमान के गैस भंडार 849.5 बिलियन क्यूबिक मीटर तक पहुंचने के लिए जाने जाते हैं।इस देश के पास भारी मात्रा में तांबा, सोना, जस्ता और लोहा का भंडारण है।
इसके बाद छठे नंबर पर सऊदी अरब है।सऊदी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। वहीं दुनिया का सातवां सबसे अमीर देश बहरीन है। इसी के साथ अगर मुस्लिम देशों में आर्थिक दृष्टि से पकिस्तान की बात करे तो इस लिस्ट में पाकिस्तान का नाम दूर-दूर तक नजर नहीं आता है। इस समय तो पकिस्तान के हालात आर्थिक दृष्टि से बेहद खराब चल रहे है।