गुर्दे की पथरी, जिसे आमतौर पर किडनी स्टोन्स के नाम से भी जाना जाता है, पथरीयों का एक संक्रमित कण होता है जो गुर्दे में बनता है। यह कण मुख्य रूप से मूत्राशय (यानी ब्लैडर) के आसपास उत्पन्न होता है।
गुर्दे की पथरी, जिसे आमतौर पर किडनी स्टोन्स के नाम से भी जाना जाता है, पथरीयों का एक संक्रमित कण होता है जो गुर्दे में बनता है। यह कण मुख्य रूप से मूत्राशय (यानी ब्लैडर) के आसपास उत्पन्न होता है। गुर्दे की पथरी कठिनाइयों का कारण बनती है, जो इसके गुठली में बढ़ने के बाद पैदा होती हैं। गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण थक्का पानी या अधिक नमी की तकनीकों के कारण मूत्र में मौजूद ट्रायल्स (मिनरल्स), खनिज या अन्य पदार्थों का जमाव होता है। ये पथरी विभिन्न आकार और रंगों में हो सकती हैं और अक्सर विवादास्पद तत्वों पर आधारित होती हैं।
गुर्दे की पथरी के लक्षण अक्सर बाद में होते हैं जब पथरी मूत्रमार्ग में आघात करती हैं और दर्द, पेशाब में अव्यवस्था, पेशाब के साथ रक्त या सिरदर्द का कारण बन सकती हैं। इसका इलाज मामले के रूपांतरण की आवश्यकता पर निर्भर करता है। छोटे साइज के पथरी आमतौर पर स्वतः ही निकल जाते हैं और उच्च पानी सेवन, दवाओं और दर्दनाशकों का उपयोग करने से उपचार किया जा सकता है। बड़े पथरी या जब दर्द या समस्याएं प्राथमिक हो जाएं, तो सामान्यतः क्रेनियोट्रिप्सी (पथरी तोड़ने की क्रिया) का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में उल्टा-सिर पथरी को तोड़ने के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
किडनी स्टोन से बचाव के लिए निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण टिप्स का पालन कर सकते हैं:
- पर्याप्त पानी पिएं: अपने शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी प्रदान करना महत्वपूर्ण है। यह मूत्रमार्ग के साफ रखने में मदद करेगा और स्टोन के बनने का जोखिम कम करेगा। रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं।
- स्वस्थ आहार लें: कैल्शियम, ऑक्सलेट्स, पुरीन और नॉक्सिन के ज्यादा सेवन से स्टोन के जोखिम बढ़ सकते हैं। इसलिए, आहार में सही मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन, फल, सब्जियों, अदरक और तुलसी जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- नमक की मात्रा कम करें: अधिक नमक का सेवन किडनी स्टोन को प्रोत्साहित करता है। नमक की मात्रा को कम करने के लिए प्रोसेस्ड और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों को छोड़ें और खाने में नमक की जगह नॉन-स्वीटेन्ड चटपटी मसाले का उपयोग करें।
- नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करना शरीर की सेल्फ-क्लींजिंग प्रक्रिया को सक्रिय रखने में मदद करता है और किडनी स्टोन के जोखिम को कम कर सकता है। योग, ध्यान और प्राणायाम भी आपकी किडनी के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
- विशेषज्ञ की सलाह लें: यदि आप पहले से ही किडनी स्टोन की समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको एक विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए। वे आपको सही आहार, दवाओं और उपायों के बारे में सलाह देंगे जो आपकी स्थिति के लिए सबसे अच्छा होंगे।
यदि आपको किडनी स्टोन के लक्षण या संकेत हैं, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए ताकि वे आपकी स्थिति की मूल कारण और उपचार के बारे में आपको सही जानकारी और दिशानिर्देश प्रदान कर सकें। https://shahtimesnews.com