रूस में मिला 40 हजार साल पुराने दैत्यकार जानवरों की हड्डियों का अनोखा महल

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ये विशालकाय हड्डियां 40 हज़ार वर्ष पुरानी हैं। इस पुरातत्व स्थल को अब तक मिले सबसे पुराने और सबसे बड़े मैमथ हाउस के रूप में माना गया है।

~Neelam Saini

(शाह टाइम्स)। रूस की राजधानी मॉस्को के दक्षिण में वैज्ञानिकों ने एक अनोखी खोज की है। इस खोज ने वैज्ञानिकों सहित सबको हैरान कर दिया है। दरअसल यहां करीब 40,000 साल पुराने मैमथ यानी (हजारों साल पहले विलुप्त हो चुका दैत्याकार जानवर) के अवशेषों से बने एक रहस्यमय ‘हड्डियों के महल’ का पता चला है।

यहां खुदाई के दौरान 40 हजार साल पुराने दैत्याकार जानवर के अवशेषों से बने इस महल को 60 से अधिक विशालकाय जानवरों की हड्डियों से बनाया गया है। ऐसा क्यों किया गया है फिलहाल वैज्ञानिक इसकी जांच कर रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले 1960 और 70 के दशक में भी ऐसे छोटे अवशेष पाए गए थे। लेकिन वे इतने बड़े नहीं थे। एंटीक्विटी जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि यह संरचना करीब 30 फुट की है, जो विशालकाय हड्डियों से बनी है, जिनका इतिहास हिमयुग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। अध्ययन से पता चला है कि ये विशालकाय हड्डियां 40 हज़ार वर्ष पुरानी हैं। इस पुरातत्व स्थल को अब तक मिले सबसे पुराने और सबसे बड़े मैमथ हाउस के रूप में माना गया है।

मिली जानकारी के अनुसार खोजी गई संरचना की दीवारें 51 विशाल जबड़े की हड्डियों और 64 विशाल खोपड़ियों से बनाई गई थीं। ऐसा माना जाता है कि वर्षों से तलछट के निर्माण के कारण वे इतने लंबे समय तक छिपे रहे। रिसर्च के हेड प्रमुख पुरातत्वविद् डॉक्टर अलेक्जेंडर प्रायर ने बताया है कि कोस्टेंकी 11 इस कठोर वातावरण में रहने वाले पुरापाषाणकालीन शिकारी-संग्रहकर्ताओं का एक दुर्लभ उदाहरण प्रस्तुत करता है। ऐसा लगता है किमैमथ और मनुष्य सामूहिक रूप से इस क्षेत्र में आए होंगे क्योंकि इसमें एक प्राकृतिक झरना था जो पूरे सर्दियों में बिना जमे हुए तरल पानी उपलब्ध कराता था।

इसी के साथ डॉक्टर प्रायर का कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या हड्डियां मनुष्यों के शिकार की वजह से मारे गए मैमथ की हैं या वे प्राकृतिक कारणों से मरने वाले जानवरों के शवों से निकाली गई हैं। वैज्ञानिक लगातार इसकी जांच कर रहे हैं और उनको इसमें और अधिक जानकारी हासिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।

खोज के दौरान मिले इस हड्डियों के महल को लेकर अलेक्जेंडर प्रायर का कहना है कि अभी स्पष्ट नहीं है कि क्या हड्डियां मनुष्यों के शिकार की वजह से मारे गए मैमथ की हैं या वे प्राकृतिक कारणों से मरने वाले जानवरों के शवों से निकाली गई हैं शोधकर्ता अभी जांच कर रहे हैं और उनको इसमें और जानकारी हासिल होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में बताया गया कि मेक्सिको के ठीक उत्तर में टुल्टेपेक में 2 गड्ढे अब तक खोजे गए हैं।इन गड्ढों में कम से कम 14 ऊनी मैमथों के अवशेष थे और करीब 800 हड्डियां मिली थीं।

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