श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को बारामूला जिले में एक परिवार से उसके रिश्तेदार को हिरासत रिहा कराने के लिए एक परिवार से कथित तौर पर पैसे मांगने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी भाजपा नेता की पहचान बारामूला में भाजपा इकाई के उपाध्यक्ष मुदासिर अहमद वानी के रूप में हुयी है। पुलिस ने हालांकि यह खुलासा नहीं किया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक भाजपा नेता है। उन्होंने केवल इतना कहा कि दोनों आरोपियों ने दावा किया कि वे राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि तीन जुलाईको कनलीबाग बारामूला के निवासी फैसल बशीर सालेह नामक एक व्यक्ति ने बारामूला थाने में एक लिखित आवेदन दिया, जिसमें उसने बताया कि उसके पिता बशीर अहमद सालेह को 2022 से सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत हिरासत में रखा गया है।
इस बीच, दो व्यक्ति सांगरी बारामूला निवासी मुदासिर अहमद वानी निवासी और मालपोरा शीरी निवासी यासिर रशीद राथर ने एक राजनीतिक दल से जुड़े होने का दावा करते हुए उनके पिता को हिरासत से छुड़ाने के लिए उनके परिवार से संपर्क किया और एक लाख रुपये की मांग की।
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उसने बताया, “खराब वित्तीय स्थिति के कारण परिवार उन्हें कोई पैसा नहीं दे सका। इस बीच, आवेदक के पिता पीएसए को रद्द किए जाने के बाद रिहा हो गए, और दोनों आरोपियों ने फिर से पैसे के लिए उनसे संपर्क किया, हालांकि परिवार ने कुछ भी भुगतान करने से इनकार कर दिया और उनसे कहा कि वे उन्हें कुछ भी भुगतान नहीं कर सकते।” पीड़ित ने बताया, “दोनों आरोपियों ने हालांकि, उन पर बार-बार भुगतान करने के लिए दबाव डाला और उनके घर का दौरा किया और कई बार फोन भी किया तथा चेतावनी दी कि यदि वे राशि का भुगतान नहीं करेंगे, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
वे उनके पिता को फिर से हिरासत में ले लेंगे।” इसके बाद शिकायतकर्ता ने किसी तरह 10,000 रुपये का प्रबंध किया और अपने पिता को नुकसान न पहुंचाने के लिए उन्हें दे दिया, दोनों आरोपियों ने उसे एक लाख रुपये की पूरी राशि का भुगतान करने की समय सीमा भी दी।इस शिकायत के बाद बारामूला थाने में कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला प्राथमिकी (FIR) संख्या 134/2023 दर्ज किया गया था।
पुलिस ने बताया, “शिकायत मिलने पर बारामूला पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और मामले की जांच की। इसके बाद दोनों आरोपी व्यक्तियों मुदासिर अहमद वानी और यासिर रशीद राथर को पकड़ लिया गया और बाद में जबरन वसूली में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार कर लिया गया।”