मिली जानकारी के अनुसार कैफीन कॉफी, चाय और कोको में पाया जाता है। जिसको ज्यादा लेने से ल्यूपस और गठिया के मरीजों में दिल की सेहत में सुधार हो सकता है। जिन लोगों को लुपस और गठिया जैसी सूजन से जुड़ी बीमारियां होती हैं, उन्हें दिल का दौरा और स्ट्रोक होने का खतरा ज्यादा होता है। इसका कारण बीमारी के साथ-साथ कुछ दवाइयां भी होती हैं, खासकर कॉर्टिसोन के घटक।
मुजफ्फरनगर (Shah Times): यदि आप भी चाय और कॉफी पीने की शौकीन है तो, आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। आप चाय और कॉफी पी सकते हैं, क्योंकि इससे आपको बहुत से फायदे मिलने वाले हैं। एक नई स्टडी में इस बात की पुष्टि हुई है कि ज्यादा कैफीन लेने से ल्यूपस और गठिया के मरीजों में दिल की सेहत में सुधार हो सकता है। यह कैफिन चाय, कॉफी और कोको में पाया जाता है।
मिली जानकारी के अनुसार कैफीन कॉफी, चाय और कोको में पाया जाता है। जिसको ज्यादा लेने से ल्यूपस और गठिया के मरीजों में दिल की सेहत में सुधार हो सकता है। जिन लोगों को लुपस और गठिया जैसी सूजन से जुड़ी बीमारियां होती हैं, उन्हें दिल का दौरा और स्ट्रोक होने का खतरा ज्यादा होता है। इसका कारण बीमारी के साथ-साथ कुछ दवाइयां भी होती हैं, खासकर कॉर्टिसोन के घटक।
डॉक्टर्स के द्वारा अब तक इन मरीजों को सामान्य सुझाव दिए जाते थे, जैसे धूम्रपान छोड़ना, कोलेस्ट्रॉल कम करना, और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना। लेकिन, रिउम्याटोलोजी पत्रिका में छपे एक नए अध्ययन में कैफीन को भी दिल की सेहत सुधारने के लिए जोड़ने की सलाह दी गई है। इटली के रोम में सैपिएंजा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि कॉफी, चाय, और कोको में मौजूद कैफीन रक्त वाहिकाओं के अंदरूनी परत को फिर से बनाने में मदद करने वाले कोशिकाओं (एंडोथीलियल प्रोजेनिटर सेल्स) को सक्रिय करता है और रक्तवाहिका के विकास में सहायक होता है।
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक, फुल्विया सेकेरेली ने जानकारी देते हुए बताता कि यह आहार किस प्रकार बीमारी को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। कैफीन सिर्फ शरीर को जगाने का काम नहीं करता, बल्कि इसमें सूजन को कम करने वाले गुण भी होते हैं। यह इम्यून सेल्स की सतह पर मौजूद रिसेप्टर से जुड़ता है, जिससे सूजन की समस्या कम होती है।
आपको बता दें कि इस अध्ययन में 31 ल्यूपस मरीजों पर प्रशिक्षण किया गया, जिनमें दिल की बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे। इन्हें सात दिनों के लिए खाने-पीने की जानकारी देने वाली एक प्रश्नावली दी गई। एक हफ्ते बाद इनके रक्त वाहिकाओं की सेहत मापी गई। नतीजों से पता चला कि जिन मरीजों ने कैफीन का सेवन किया था, उनकी रक्त वाहिकाओं की सेहत बेहतर थी। सेकेरेली ने इस अध्ययन के परिणामों की पुष्टि के लिए एक लंबी अवधि का अध्ययन करने और कॉफी के सेवन के वास्तविक प्रभाव को समझने की सलाह दी है।