शाह टाइम्स ब्यूरो
ऋषिकेश। भाजपा किसाना मोर्चे (BJP Kisana Morcha) के जिलाध्यक्ष को चार लोगों के खिलाफ लूट की शिकायत करना भारी पड़ गया। पुलिस पर शिकायत सुनने की बजाय उल्टा उन्हें ही पीटने का आरोप है। न सिर्फ थाने में मारपीट का दावा है, बल्कि उनके साथ तीन कार्यकर्ताओं को हवालात में बंद करने का भी आरोप है। सीओ और एसएसपी से उन्होंने संगठन के माध्यम से शिकायत कर संलिप्त पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत (Narendra Singh Rawat) निवासी भल्लाफार्म, श्यामपुर के मुताबिक शुक्रवार रात वह पार्टी के ऋषिकेश में महा जनसंपर्क अभियान से संबंधित बैठक में शामिल होकर छिद्दरवाला पहुंचे थे। यहां कुछ कार्यकर्ताओं को कार से छोड़ने के बाद वह वापस लौट रहे थे। आरोप है कि नेपालीफार्म तिराहे पर एक टैंपो चालक ने बदलसूकी की। इसबीच वह किसी तरह से निकले, तो चार अज्ञातों ने उनका पीछा किया। उनकी कार से करीब दो लाख रूपये भी लूट लिए। आरोप यह भी है कि शिकायत पर रायवाला पुलिस पहुंची, तो उल्टा उनसे बदसलूकी कर दी। दारोगा और कई पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में उन्होंने जमकर मारपीट करने का आरोप लगाया। बीच-बचाव में तीन और कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने मारपीट की बात कही।
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रावत ने दावा किया कि मारपीट करने के बाद पुलिस ने उन्हें हवालात तक में बंद कर दिया। लूट में शामिल लोगों को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। शनिवार सुबह पुलिस की बदलसूकी और लूट के आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने में हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने जिलाध्यक्ष नरेंद्र की शिकायत पर चार अज्ञातों के खिलाफ आईपीसी की धारा 392 (लूट) में मुकदमा पंजीकृत किया। वहीं, उन्होंने दारोगा और शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी थानाध्यक्ष को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष कुलदीप पंत ने बताया कि लूट में शामिल अज्ञातों की पहचान को प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
सुनिए सीओ की
सीओ संदीप नेगी ने बताया कि भाजपा किसान मोर्चे की जिलाध्यक्ष की शिकायत मिली है, जिसपर पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। जांच में कोई भी दोषी मिलता है, तो संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।