बेटा ही निकला मां का कातिल, दोस्तो के साथ मिलकर मारा।
राजबाला हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा।
मेरठ। राजबाला हत्याकांड (Rajbala murder case) में किठौर पुलिस व एसओजी की टीम खुलासे में लगी हुई थी।कस्बा किठौर में ढाई माह पूर्व हुई शिक्षिका की हत्या के मामले में किठौर पुलिस लगातार खुलासा करने के लिए आगे बढ़ रही थी। वही सोमवार को पुलिस को आखिर कामयाबी मिल ही गई। शिक्षिका राजबाला का कातिल उसका इकलौता बेटा व उसके दो दोस्त ही निकले। जिनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया वही हत्या के मामले में मृतका के बेटे की अहम भूमिका रही है।
आपको बता दे कि बीती 10 अप्रैल को कस्बा किठौर में दूध लेकर लौटी शिक्षिका पर प्लान बना कर बैठा उसका इकलौता पुत्र व साथ मे मौजूद उसके साथियों ने जानलेवा हमला कर दिया था। जिसमें राजबाला बुरी तरह से लहूलुहान हो गई थी। शिक्षिका को मेरठ अस्पताल में भर्ती कराया था जहा 2 सप्ताह बाद शिक्षिका की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वहीं घटना के बाद से पुलिस की कई टीमें खुलासे में लगी हुई थी। इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी मृतका का बेटा संचित, राशिद पुत्र इमामुद्दीन, आमिर पुत्र नवाब अली निवासी किठौर को गिरफ्तार कर लिया है।
दैनिक शाह टाइम्स के ई-पेपर पढने के लिए लिंक पर क्लिक करें
पूछताछ में सामने आया है कि हत्या मृतका के बेटे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर कराई है। संचित का दूसरे समुदाय की शादी शुदा युवती से प्रेम प्रसंग (love affairs) चल रहा था। जिसका मृतका राजबाला द्वारा विरोध किया जाता था। इस बात को लेकर आये दिन झगड़े होते रहते थे। जिसको लेकर संचित ने अपनी माँ राजबाला को ठिकाने लगाने का प्लान तैयार किया गया। मृतका के बेटे ने अपने दोस्त राशिद व आमिर को दो लाख रुपये देकर अपनी माँ राजबाला की हत्या करने को लेकर योजना बनाई। उसपर हमला कराकर हत्या करा दी गईं। किठौर पुलिस व एसओजी टीम ने रचनाकार का राजफास किया जाएगा।
राजनीतिक दबाव के कारण हुई हत्याकांड खुलासे में देरी
राजबाला हत्याकांड (Rajbala murder case) में एक सप्ताह बाद ही पूर्व किठौर थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह ने आरोपी बेटे के खिलाफ सबूत जुटा लिए थे। जिसमे मृतका का बेटा व उसके दोस्तों के खिलाफ अहम सुराग हाथ लगे थे। घटना का खुलासा करने से पहले ही आरोपी मृतका का बेटा संचित सत्ताधारी नेताओ में बड़ी पकड़ होने के कारण पुलिस पर नेताओ का दबाव बना। इसी कारण पुलिस घटना का खुलासा जल्द नही कर सकी थी।