भारत समेत दुनियां के कई देशों में गर्मी कहर बरपा रही है। इस भीषण गर्मी से बहुत से लोग अपनी जान भी गवां बैठे है। जिसके चलते मक्का में भी भीषण गर्मी के चलते 500 से अधिक हज तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई है। मरने वालों में कम से कम 323 मिस्र के नागरिक थे।
~ Neelam Saini
New Delhi, (Shah Times)। इस साल भारत में सहित दुनिया के बहुत से देश गर्मी से बेहद परेशान है। इस भयंकर गर्मी का प्रकोप सऊदी अरब में भी देखने को मिल रहा है। आलम ये है कि भीषण गर्मी के सितम के बीच हज के दौरान कम से कम 550 हज तीर्थ यात्रियों की मौत की खबर सामने आ रही है। मरने वालों में कम से कम 323 मिस्र के नागरिक थे, जिनमें से ज्यादातर की मौत गर्मी से संबंधित दिक्कतों की वजह से हुई। एक रायनयिक ने कहा कि मिस्र के 323 हज यात्रियों में सिवाय एक को छोड़कर सभी की मौत गर्मी की वजह से हुई है। वहीं एक हज यात्री भीड़ के दौरान घायल हो गया। मौत का ये आंकड़ा मक्का के पास अल-मुआइसम में अस्पताल के मुर्दाघर से आया है।
राजनयिकों के मुताबिक कम से कम 60 जॉर्डन के लोगों की भी मौत हुई है, जबकि मंगलवार को अम्मान द्वारा आधिकारिक तौर पर 41 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, ताजा आंकड़ों के साथ ही कई देशों द्वारा अब तक बताई गई कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है। राजनयिकों ने बताया कि मक्का के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक अल-मुआइसम में कुल 550 शव रखे गए थे।
मंगलवार को मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा कि काहिरा हज के दौरान लापता हुए मिस्र के लोगों की तलाश के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। जबकि मंत्रालय के बयान में कहा गया कि “कुछ निश्चित संख्या में मौतें” हुई हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उनमें मिस्र के लोग भी शामिल हैं या नहीं। वहीं सऊदी अधिकारियों ने गर्मी से पीड़ित 2,000 से अधिक तीर्थयात्रियों का इलाज करने की सूचना दी है।
आपको बता दे की पिछले महीने सऊदी रिसर्च के अनुसार, हज यात्रा जलवायु परिवर्तन से काफी तेजी से प्रभावित हो रही है। रिसर्च में ये भी कहा गया है कि जिस क्षेत्र में अनुष्ठान किए जाते हैं, वहां का तापमान हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस 0.72 डिग्री फ़ारेनहाइट बढ़ रहा है।
सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस 125 फ़ारेनहाइट तक दर्ज किया गया था।
सऊदी अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया की इस साल करीब 18 लाख तीर्थयात्रियों ने हज यात्रा में हिस्सा लिया है। जिनमें से 16 लाख विदेशी थे। आपको बता दे की हर साल हज़ारों तीर्थयात्री अनियमित चैनलों के ज़रिए हज करने का प्रयास करते हैं क्योंकि वे आधिकारिक हज वीज़ा के लिए अक्सर महंगी प्रक्रियाओं का खर्च नहीं उठा सकते है। इससे गैर-पंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए जोखिम और बढ़ जाता है क्योंकि वे हज मार्ग पर सऊदी अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई वातानुकूलित सुविधाओं से वंचित रह जाते है।