लेबनान में अचानक से हजारों पेजर फटने लगे जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। इन पेजर हमलों के बाद ही ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता चला गया। अब इन पेजर हमलों को लेकर एक और खुलासा हुआ है।
तेल अवीव (Shah Times): लेबनान में 17 सितंबर को हुए पेजर धमाके का राज खुल गया है। यूं तो पूरी दुनिया इजरायल की खुफिया एजेंसी मौसाद की ताकत और समझ का लोहा मानती है। लेकिन पेजर हमले की प्लान सुनकर तो आप भी हैरान रह जाएंगे।
कई लोगों की हुई थी मौत
लेबनान में अचानक से हजारों पेजर फटने लगे जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। इन पेजर हमलों के बाद ही ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता चला गया। अब इन पेजर हमलों को लेकर एक और खुलासा हुआ है।
यह था पेजर अटैक का प्लान
लेबनान में पहले चरण में जिन पेजर औऱ बीपर में धमाका हुआ वह 2022 में इजरायल में बनाए गए थे और कंपनी की जानकारी के बिना चुपचाप अपोलो सप्लाई लाइन में मिक्स कर दिए गए। जब एक सेल्सवुमन ने हिज्बुल्लाह को को आश्वस्त किया कि इन पेजर-वॉकी टॉकी की निगरानी करना इजरायल के लिए असंभव है तो उसके के गुर्गों ने 5,000 खरीद डाले।
एक इजरायली अधिकारी ने किया खुलासा
एक इजरायली अधिकारी ने वाशिंगटन पोस्ट को बताया, “वह महिला हिज्बुल्लाह के संपर्क में थी और उसने उन्हें समझाया था कि बड़ी बैटरी वाला बड़ा पेजर मूल मॉडल से बेहतर क्यों है।” हिज्बुल्लाह ने फरवरी में पेजर वितरित करना शुरू किया, लेकिन कुछ हमले से एक दिन पहले ही वितरित किए गए।
9 साल से चल रही थी प्लानिंग
नौ वर्षों तक, इजरायली खुफिया एजेंसियों ने हिज्बुल्लाह के ऑपरेशन की जानकारी सुनने के लिए रेडियो का इस्तेमाल किया और भविष्य में किसी आपात स्थिति में उनका इस्तेमाल करने का इंतज़ार किया। उत्तर में तनाव बढ़ने के साथ, इस बात की आशंका बढ़ रही थी कि ट्रोजन हॉर्स जैसे बिछाए गए जाल का पता चल जाएगा।
यह था पूरा मामला
17 सितंबर 2024… हजारों पेजर में एकसाथ ब्लास्ट हुआ. 13 लोग मारे गए। जिसमें हिज्बुल्लाह के लड़ाके और कुछ बच्चे भी शामिल थे। चार हजार लोग जख्मी हुए। सैकड़ों गंभीर रूप से घायल। इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन दुनिया तो यही मानती है। इजरायल ने कहा कि हम लेबनान की सीमा के आसपास से विस्थापित हुए हजारों इजरायली लोगों को उनके घरों में वापस लाएंगे। यानी हिज्बुल्लाह को खत्म करेंगे। तभी ये हो पाएगा।