नई दिल्ली (Shah Times): तिब्बत में आये तेज भुकंप के कारण चीन में हड़कंप मचा हुआ है। चीन ने बड़ा फैसला लेते हुए पर्यटकों के लिए माउंट एवरेस्ट के अपने हिस्से के इलाकों को बंद कर दिया है।
माउंट क्यूमोलंगमा के नाम से जाना जाता है क्षेत्र
इस इलाके को माउंट क्यूमोलंगमा के नाम से भी जाना जाता है। डिंगरी दुनिया की सबसे ऊंची चोटी के बेस कैंप का घर है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में सुबह के 9:05 (चीनी समयानुसार) बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, स्टाफ और पर्यटक सभी सुरक्षित हैं।
95 लोगों की हुई है मौत
क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, भूकंप के कारण 95 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 130 लोग घायल हुए हैं। चीनी मीडिया ने बताया कि दर्शनीय क्षेत्रों में इमारतों और होटलों को नुकसान नहीं पहुंचा है। डिंगरी में स्थित चीनी विज्ञान अकादमी के वायुमंडलीय और पर्यावरण अनुसंधान के लिए क्यूमोलंगमा स्टेशन को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
हजारों पर्यटक आते हैं यहां
चीन-नेपाल की सीमा पर स्थित माउंट क्यूमोलंगमा की ऊंचाई 8,840 मीटर है। इसका उत्तरी हिस्सा तिब्बत में फैला हुआ है, जिसे चीन जिजैंग कहता है। मौसम पूर्वानुमान से मालूम चला कि डिंगरी का तापमान -18 डिग्री सेल्सियस से लेकर 0 डिग्री सेल्सियस तक होता है। चीनी क्षेत्र में स्थित माउंट क्यूमोलंगमा में पिछले साल 2024 में 13,764 पर्यटक घूमने आए थे।