राजनीतिक गलियारों में हलचल,नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार में शामिल नहीं होगी कांग्रेस

कांग्रेस के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था और माना जा रहा था कि कांग्रेस भी इस सरकार का हिस्सा होगी।

नई दिल्ली,(Shah Times) । जम्मू-कश्मीर में शपथ ग्रहण समारोह से पहले नई सरकार की रंग बदलता नजर आ रहा है। दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह से पहले कांग्रेस ने ऐलान किया है कि उसका कोई भी विधायक आज मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं बनेगा।

कांग्रेस के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था और माना जा रहा था कि कांग्रेस भी इस सरकार का हिस्सा होगी। लेकिन आज शपथ ग्रहण से पहले कांग्रेस के इस ऐलान ने सबको चौंका दिया है, क्योंकि कांग्रेस विधायक के शपथ न लेने का सीधा मतलब है कि कैबिनेट बंटवारे को लेकर बात अभी फाइनल नहीं हुई है और कांग्रेस के पास बाहर से सपोर्ट देने का भी ऑप्शन है, ताकि किसी तरह का दबाव न पड़े। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी, उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। 

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को 6 सीटें मिली थीं। वहीं गठबंधन में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीटें मिली थीं। नेशनल कॉन्फ्रेंस को निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल था।

जम्मू-कश्मीर में आज उमर अब्दुल्ला कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह है, जिसमें 10 कैबिनेट मंत्रियों के शपथ लेने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में कांग्रेस समेत इंडिया एलायंस के कई दिग्गज शामिल होने वाले हैं। लेकिन कार्यक्रम से पहले ही इस समारोह का रंग फीका पड़ता दिख रहा है।

दरअसल, पहले कहा जा रहा था कि जम्मू-कश्मीर कांग्रेस चीफ तारिक हमीद कर्रा भी इस कैबिनेट में शामिल होंगे और मंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन अब कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि आज उनकी पार्टी का कोई भी विधायक मंत्री पद की शपथ नहीं लेगा और पार्टी बाहर से हिमायत देने पर भी गौर कर रही है।

आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की जीत के बाद अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा दिन में साढ़े 11 बजे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में मंत्रियों को भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने जीत हासिल की है। 90 सीटों में से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, बीजेपी 29 विधानसभा सीटें जीतने में सफल रही। इस चुनाव में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई।

जम्मू कश्मीर विधानसभा की 90 सीटों के लिए चुनाव हुए और अगर उपराज्यपाल द्वारा पांच विधायकों के मनोनयन को शामिल कर लें तो सदन की संख्या 95 हो जाती है। इसमें भी 10 प्रतिशत की सीमा है, इसलिए मंत्रिमंडल में कुल सदस्यों की संख्या 9.5 हो सकती है यानी अधिकतम 10 ही। नेशनल कॉन्फ्रेंस के 42 विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं और चुनाव पूर्व गठबंधन में शामिल कांग्रेस के छह और सीपीएम के एक विधायक हैं। चुनाव पूर्व गठबंधन के ही 49 विधायक हैं और अब पांच निर्दलीय विधायकों ने भी उमर सरकार को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। 

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