
मैं हरीश रावत का नजदीकी, मुझे हराने को पैसे बांटे
Report by – एम. फहीम तन्हा
देहरादून। उत्तराखंड(Uttarakhand) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) तेज़ी से ऊबरी और डाउन हो गई, अब निकाय और लोकसभा चुनाव (Loksabha Election ) की तैयारी है। इस बार खास मुलाकात में पेश है प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट से बातचीत।

प्रश्न.1- बागेश्वर उप चुनाव (Bageshwar by- election) में आपने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा, बसंत कुमार तो कांग्रेस में चले गए थे?
उत्तर- हमने विधानसभा 22 के चुनाव के बाद संगठन को खड़ा करने पर ध्यान दिया है, इसलिए बागेश्वर(Bageshwar) उपचुनाव नहीं लड़ा है। पिछली बार जो आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के कैंडिडेट बसंत कुमार को वोट मिले थे इस बार कांग्रेस (Congress) के मिलाकर भी स्थिति जीतने तक नहीं आई। चुनाव जीतने के लिए लड़ा जाता है, इसलिए हम आगे निकाय चुनावों की तैयारी कर रहे हैं।

प्रश्न.2- निकाय चुनावों की क्या तैयारी है, क्या सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे?
उत्तर- निकाय चुनावों में स्थानीय लीडरशिप और दावेदारों के सुझावों को देखकर पार्टी तय करेगी। देखा जाएगा कि किन सीटों पर बिना सिंबल पर लड़ा जाएगा। कोशिश करेंगे कि ज्यादातर हम सिंबल पर ही निकाय चुनाव लड़ें।

प्रश्न.3- अभी तो आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party)का संगठन ही नहीं दिख रहा, जैसा विधानसभा चुनाव की तैयारी में दिखाया था?
उत्तर- इसलिए मैंने कहा कि अभी हम संगठन को खड़ा करने में लगे हैं उसके बाद हम पूरी तैयारी से दिखाई देंगे। पिछले वर्ष कई स्थानों पर अलग-अलग कार्यक्रम किए गए थे, निकाय चुनाव के मद्देनजर संगठन होना जरुरी है। उसपर काम चल रहा है, कुमाऊं मंडल में 20 हजार वालियंटर सामने आए हैं, अब गढ़वाल मंडल में काम चल रहा है।

प्रश्न.4- प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी निर्णय नहीं हुआ अभी तक, तो फिर टीम कैसे खड़ी होगी?
उत्तर- उत्तराखंड (Uttarakhand) ही नहीं बल्कि कई प्रदेश ऐसे हैं जहां पर अध्यक्ष नहीं है, लेकिन काम चल रहा है। अभी पार्टी का फोकस चुनाव होने वाले राज्यों में है इससे विलंब हो रहा है। अगले महीने से अध्यक्ष व संगठन स्ट्रक्चर पर काम होगा।

प्रश्न.5- प्रदेश अध्यक्ष के बनने को लेकर आप खुद को कहां पर देख रहे हैं?
उत्तर- मैंने तो अध्यक्ष पद के दावेदारी से और किसी भी पद से अपने आपको अलग कर लिया है। हम लोगों ने जो अनुभव हासिल किया है, उसको नए लोगों को काम बताकर इस्तेमाल करेंगे, ताकि पहाड़ की दौड़ भाग का काम नए लोग संभालें।

प्रश्न.7- आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party)में प्रदेश अध्यक्ष ना बन पाने की कोई मन में टीस है?
उत्तर- देखिए पार्टी ने जो फैसला लिया है, या विलंब रहा है तो कुछ सोच समझकर किया होगा। अब तक पार्टी के जो भी फैसले हुए हैं उसी का परिणाम है कि पंजाब (Punjab) में सरकार बनी हैं। हम तो केजरीवाल जी के सिपाही हैं, जो भी निर्णय होगा वो ठीक है।

प्रश्न.8- फैसलों का ये परिणाम भी तो हुआ कि कई बड़े नाम आम आदमी पार्टी(Aam Aadmi Party) छोड़कर चले गए ?
उत्तर- जब पार्टी का गठन हुआ तो तब कौन सा बड़ा नेता था पार्टी में, पार्टी की रीति नीति और सरकार बनने के बाद जनता के वादे पूरे होने पर भरोसा जमा कि केजरीवाल जी जो वादे करते हैं, उसको पूरा करते हैं। तो नेता का मसला नहीं है बल्कि जनता के बीच में काम करने के हिसाब से पार्टी आगे बढ़ रही है।

प्रश्न.9- लोकसभा चुनाव की क्या तैयारी हो रही है, क्या पांचों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे?
उत्तर- ये तो पार्टी नेतृत्व निर्भर करेगा क्योंकि इंडिया (INDIA) गठबंधन में रहकर पार्टी जो फैसला लेगी , कि कितनी सीट पर चुनाव लड़ेंगे या नहीं। पार्टी के इसी निर्णय के साथ कार्यकर्ता काम करेंगे।

प्रश्न.10- कांग्रेस(Congress) छोड़ने के बाद अब गठबंधन में रहकर साथ काम करेंगे ?
उत्तर- देखिए मैंने व्यक्तिगत कारणों से कांग्रेस (Congress) छोड़ी थी क्योंकि मुझे हराने काम करने वाले पार्टी के लोगों पर ही कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। वीरेंद्र सिंह रावत ने पैसे बांटे, उनके ऊपर कुछ नेताओं का हाथ था। वो लोग मेरी जीत नहीं चाहते थे क्योंकि मैं हरीश रावत से जुड़ा हुआ था.
शाह टाइम्स की ताज़ा खबरों और ई – पेपर के लिए लॉगिन करें