मौ. फहीम तन्हा
देहरादून।
इस बार खास मुलाकात में हम बात कर रहे हैं, हरिद्वार सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक से। उनके जीवन का राजनीतिक पहलू तो महत्वपूर्ण है ही साथ ही उनके जीवन का साहित्यिक पक्ष भी खास है। उनसे बातचीत की शुरुआत उनके साहित्यिक पक्ष से कर रहे हैं।
प्रश्न.1- हाल ही में दो किताबें कहानी संग्रह जीना ही जिंदगी और काव्य संग्रह सुप्रभात जिंदगी आई हैं, इन दोनों में जिंदगी का क्या फलसफा दिया है आपने?
उत्तर- सुबह-सुबह जो तत्समय विचारों का भूचाल आया, उन विचारों को मैंने इधर-उधर नहीं जाने दिया है, उसको कविता में ढाल कर लिखा है। ये पुस्तक कई भाषाओं में प्रकाशित हो रही है। सुबह का विचार ही नहीं, वो एक जीवन है, इसलिए सबको पढ़नी चाहिए।
प्रश्न.2- कहानी संग्रह जीना ही जिंदगी है सत्य घटनाओं पर हैं या कल्पना कहानी के रूप में है। किस प्रकार से प्रेरणा देगी लोगों को?
उत्तर- इस पुस्तक में 90 फीसदी सत्य घटनाओं पर आधारित हैं, उनको मैंने कुछ पात्रों में पिरोया है। जीना है तो जिजीविषा चाहिए, हिम्मत से जीना होता है, बहुत लोग जिंदगी को ढो रहे हैं, जी नहीं रहे हैं। कुछ लोग निराशा की चपेट में आ जाते हैं। स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) ने कहा है कि संसार कायरों के लिए नहीं है। हर चुनौती को अवसरों में बदलने की हिम्मत चाहिए। जीवंतता की प्रेरणा देती हैं पुस्तक।
प्रश्न.3- आपके लोकसभा(Loksabha) क्षेत्र में लोग आपदा की परेशानी से जूझ कर संकट से पार पाने की कोशिश कर रहे हैं, लक्सर-खानपुर (Laksar-Khanpur)की तरफ नुकसान बहुत हुआ है
उत्तर- इस समय हिमालय(Himalaya) बेल्ट के राज्य, महाराष्ट्र (Maharashtra) आदि आपदाओं से गुजर रहे हैं, मेरा उत्तराखंड(Uttarakhand) भी अछूता नहीं। हरिद्वार(Haridwar) जिले में गंगा का पानी तटबंध तोड़कर किसानों की फसल खराब कर देता है, लेकिन हरिद्वार (Haridwar)के लोगों में बहुत जीवटता है। मुख्यमंत्री जी ने भी हरिद्वार (Haridwar)क्षेत्र का दौरा किया है, आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया है। केंद्र सरकार की भी सर्वे की टीम आ रही है, राज्य सरकार पूरी ताकत के साथ जुटी हुई है।
प्रश्न.4- आप दौरा कर पाए आपदा प्रभावित सब जगह का, कोई किसी प्रकार की नाराजगी ना हो इसका भी ध्यान रखना है, लोकसभा(Loksabha) चुनाव भी नजदीक ही आ रहे हैं
उत्तर- मैने संकट के सारे स्थानों का दौरा किया है, लोगों के बीच में जाकर बात की है। मैंने कभी इन चीजों को चुनाव की दृष्टि से नहीं देखा है। मेने 40 वर्ष के राजनीतिक जीवन में लोगों की समस्याओं को वोट से नहीं जोड़ा है, बल्कि पूरी ताकत और समर्पण से समाधान किया है। कष्ट के समय लोग गुस्से में रहते हैं, हम तो सरकार में हैं तो जिम्मेदारी भी हमारी है। लोगों का हम पर भरोसा है, हमको लोगों ने इतने वर्षों से देखा है। इसलिए लोगों को हमसे उम्मीदें हैं।
प्रश्न.5- लोकसभा चुनाव में आपको हैट्रिक की कितनी उम्मीद है, पार्टी ने उन क्षेत्रों में भी जाने की जिम्मेदारी दी है जहां से बीजेपी के विधायक 2022 में नहीं जीत पाए थे
उत्तर- देखिए, उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी (BJP)का गढ़ है, राज्य के लोगों का मोदी जी से बहुत लगाव है। हम पांचों सीटें ऐतिहासिक रूप में जीतेंगे, हरिद्वार(Haridwar) ऐसा गढ़ है जिसे कोई हिला भी नहीं सकता है। आप देखिए कि पिछले 30 वर्षों का रिकॉर्ड जिला पंचायत चुनावों में टूटा है। जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष , सभी ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ट प्रमुख, कनिष्ठ प्रमुख सब निर्विरोध चुने गए हैं, ये हमारे काम का ही कमाल है।
प्रश्न.6- लेकिन हरीश रावत (Harish Rawat)तो कह रहे हैं कि इस बार बीजेपी का गढ़ टूटेगा, वो तैयारी कर रहे हैं हरिद्वार(Haridwar) से लोकसभा चुनाव लड़ने की
उत्तर- तैयारी करनी चाहिए, आना चाहिए उनको भी, हम तो सभी को आमंत्रित कर रहे हैं, कि आइये ना।
प्रश्न.7- कांग्रेस (Congress) से हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) भी तैयारी कर रहे हैं, उधर हरीश रावत भी हैं, आपके लिए इस लड़ाई में किससे चुनौती आसान रहेगी
उत्तर- हम तो जनता के लिए काम करते हैं। मैं इन दोनों पर बात ही नहीं करता। कांग्रेस को जिस पर ज्यादा भरोसा हो उसको लेकर आ जाएं। हरिद्वार (Haridwar) की जनता बताएगी कि उसका मन किसके साथ खड़ा है।
प्रश्न.8- पार्टी के अंदर से किसी प्रकार की चुनौती देखते हैं क्या क्योंकि त्रिवेंद्र रावत (Trivendra Singh Rawat) और मदन कौशिक (Madan Kaushik)का भी नाम चर्चा में रहता है कि वे तैयारी कर रहे हैं
उत्तर- बिलकुल नाम चर्चा में रहना चाहिए, हमारे पूर्व मुख्यमंत्री हैं, हमारे विधायक हैं, पार्टी नेता हैं, कार्यकर्ता हैं, सबको अधिकार है चुनाव लड़ने का। ये कहीं पट्टा किसी एक के नाम नहीं लिखा है। पार्टी का कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है। लेकिन मैंने जो काम किया है उसी के कारण हरिद्वार(Haridwar)बीजेपी BJP का गढ़ बन गया है, जिला पंचायत चुनाव उसी का उदाहरण है।
प्रश्न.9- देश की राजनीति में अब एनडीए वर्सेस इंडिया एलायंस की बात हो रही है, आप किस नजरिये से देखते हैं
उत्तर- देखो आप भी जानते हो कि कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, कितने दिन रहने वाला है। ये सुबह किसी को गाली देते हैं शाम को साथ में बैठ जाते हैं। संसद में इतने महत्वपूर्ण बिल पास हुए किसी पर चर्चा करते नहीं। जब केजरीवाल का विषय आया तो सब नदारद हो गए । देश की जनता ने मन बना दिया है, कि नरेंद्र मोदी( Prime Minister Narendra Modi) को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है।
प्रश्न.10- राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सजा पर स्टे हुआ है, सदस्यता बहाली को लेकर कांग्रेस उत्साहित है, क्या सदन में विपक्ष के आंधी तूफान की संभावना है कुछ
उत्तर- सदस्यता को लेकर मुझे क्या टिप्पणी करनी है। कोर्ट ने सजा का आदेश दिया, सरकार ने पालन कर दिया, अब सुप्रीम कोर्ट ने कुछ आदेश दिया है। तो कांग्रेस को इसमें इतना उत्साहित होने की क्या जरूरत है। राहुल गांधी तो सदस्य रहते हुए बोलते थे कि जब मैं बोलूंगा तो भूचाल आ जाएगा, लेकिन जब देखा तो निकली चूहिया। दीया जब बुझता है तो फड़फड़ाता है, यही हाल इस समय कांग्रेस का है।