इस सफलता का श्रेय जिन लोगों को जाता है उसमें उनके निजी कोच जसपाल राणा भी शामिल हैं।
~Tanu
(शाह टाइम्स)। भारतीय युवा निशानेबाज मनु भाकर ने 30 जुलाई को भारत के ओलंपिक इतिहास में अपना नाम दर्ज कर दिया हैं। आपको बता दें कि मनु भाकर ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल के बाद मिक्स्ड टीम इवेंट में भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया हैं।
जानने वाली बात यह है कि 4 साल पहले मनु विवाद के चलते अपने कोच से अलग हो गईं थी,जिस कारण टोक्यो ओलंपिक में किसी भी इवेंट के फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी। लेकिन अब साल बदल गया है, हालात बदल गए हैं और मनु भाकर ने एक नया इतिहास रच दिया हैं।
यानी की बात साफ हैं कि इस सफलता का श्रेय जिन लोगों को जाता है उसमें उनके निजी कोच जसपाल राणा भी शामिल हैं। वहीं 2021 में ओलंपिक खेलों से पहले मनु भाकर अपने कोच जसपाल राणा के साथ हुए विवाद के बाद उनसे अलग हो गई। हालांकि 2 साल बाद दोनों पिछला सबकुछ भुलाकर साथ आए और ओलंपिक मेडल की तैयारी में जुट गए।
आपको बता दें कि नेशनल कैंप में राणा और मनु का विवाद जिस तरह सुर्खियों में रहा था अब ऐसे ही उनका साथ आना हेडलाइन बन गया हैं।
दरअसल जसपाल राणा ने जब मनु के साथ आने का फैसला किया तब उन्होने जनसत्ता.कॉम से बात की थी। तब उन्होंने बताया था कि वह केवल और केवल ओलंपिक मेडल की आस में ही मनु के साथ वापस आए हैं।