लुधियाना,(राजकुमार शर्मा) । पंजाब मे वरिष्ठ पत्रकार बरजिंदर सिंह हमदर्द को राहत मिल गई है।पंजाब विजिलेंस ब्यूरो सम्मन जारी कर चुकी है। जालंधर से 18 किमी दूर जंग-ए-आजादी स्मारक को बनाते समय फंड्स के प्रयोग की विजिलेंस ब्यूरो जांच कर रहा है। खासबात है कि यह स्मारक भाजपा-अकाली सरकार के समय बना था और यह पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का ड्रीम प्रोजेक्ट था।
विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने इसी साल मार्च महीने में इस प्रोजेक्ट को लेकर जांच शुरू की थी। शिकायत है कि इस प्रोजेक्ट को बनाते समय फंड का मिस-यूज हुआ। जिसके लिए कुछ समय पहले प्रबंध समिति के सचिव लखविंदर सिंह जौहल को भी तलब किया गया था। इस प्रोजेक्ट का बजट 315 करोड़ रुपए था।
आप नेता गिरफ्तार, समर्थकों ने घेरा पुलिस थाना, जमकर हंगामा
इस जांच में विजिलेंस ब्यूरो ने 2014-2016 में इसके निर्माण के दौरान कितने पैसे पास किए गए थे, पैसे का इस्तेमाल कैसे और कहां किया गया, इससे संबंधित तथ्यों की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रही है। इसके अलावा, जिन अधिकारियों की देखरेख में पैसे आवंटित और इस्तेमाल किया गया, उनसे भी विस्तार से पूछताछ की जा रही है।
पहलवानों के संघर्ष पर जबरदस्ती के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा तथा ट्रेड यूनियनों का सांझा रोष प्रदर्शन
उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम दिया मांग पत्र
लुधियाना (राजकुमार शर्मा) “मोदी की भाजपा सरकार की जबरदस्ती, निरंकुशता और महिला विरोधी मानसिकता को लाखों लोगों ने देखा, जब पुलिस ने यौन आरोपों का सामना कर रहे भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बचाने के लिए पहलवानों के आंदोलन को कुचलने के लिए अमानवीय व्यवहार किया।” उपरोक्त विचार आज संयुक्त किसान मोर्चा तथा ट्रेड यूनियनों के सांझा रोष प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने प्रकट किये।
किसानों, ट्रेड यूनियनों, श्रमिकों, महिलाओं, कर्मचारियों, छात्रों और युवा संगठनों सहित सभी न्यायप्रिय लोगों ने एकजुट होकर इस जबरदस्ती का कड़ा विरोध किया और आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग की।
विरोध के बाद मार्च की शक्ल में नारेबाजी करते हुए वे उपायुक्त कार्यालय पहुंचे जहां उपायुक्त को मांग पत्र दिया गया। इस मौके पर अन्य के अलावा किसान नेता चमकौर सिंह व रघबीर सिंह बैनीपाल, ट्रेड यूनियन नेता डीपी मौड, विजय कुमार, जगदीश चंद, एम.एस भाटिया, केवल सिंह बनवैत, हरबंस सिंह, महिपाल, अवतार छिब्बर,सतनाम सिंह, दान सिंह, दर्शन सिंह, विनोद कुमार व शिक्षक नेता चरण सराभा शामिल थे।
5 000 रुपए की रिश्वत लेते हुए पी. एस. पी. सी. एल. का एस. डी. ओ., और लाईनमैन काबू
दोषी बिजली मुलाज़ीम पहले ही फोनपे के द्वारा ले चुके हैं 34, 000 रुपए
चंडीगढ़/लुधियाना(राजकुमार शर्मा) ।पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेशानुसार भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान बुधवार को पी. एस. पी. सी. एल. फोकल पुआइंट डिवीज़न लुधियाना में तैनात एक सब डिवीजनल अफ़सर ( एस. डी. ओ.) मोहन लाल और एक लाईनमैन हरदीप सिंह को 5 000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ़्तार किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम एस. डी. ओ और लाईनमैन को लोकेश मोदी, निवासी बिट्टू कालोनी, ताजपुर रोड, गाँव भामियां, लुधियाना की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
और ज्यादा जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया है कि उक्त एस. डी. ओ और लाईनमैन ने उसकी फैक्ट्री ‘जीवन सन्नज़’ का दौरा करके रिश्वत देने की धमकी दी है नहीं तो वह उसकी फैक्ट्री का बिजली कुनैकशन काट देंगे। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उसकी फैक्ट्री का बिजली बिल वित्तीय समस्या के कारण बकाया था और पी. एस. पी. सी. एल. ने कुनैकशन काटने के हुक्म जारी किये थे। उसने दोष लगाया कि दोनों बिजली मुलाज़ीम पहले भी अलग- अलग तारीखों पर शिकायतकर्ता से 34,000 रुपए की रिश्वत के पैसे फोनपे एप के द्वारा किश्तों में ले चुके हैं और रिश्वत के तौर पर और पैसों की माँग कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इस सूचना की प्राथमिक जांच के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो लुधियाना यूनिट ने जाल बिछाया और उक्त दोषी लाईनमैन को दो सरकारी गवाहों की हाजिरी में शिकायतकर्ता से 5000 रुपए रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया। बाद में इस मामले में उक्त सह मुलजिम ऐसडीओ को भी गिरफ़्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि उक्त दोनों मुलजिमों के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 और आई. पी. सी. की धारा 120- बी के अंतर्गत तारीख़ 31- 05- 2023 को एफ. आई. आर नंबर 11 विजीलैंस ब्यूरो के थाना लुधियाना रेंज में दर्ज की गई है। मुलजिमों को कल स्थानीय अदालत में पेश किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धी आगे जांच जारी है।