RBI ने ग्रोथ के मुकाबले महंगाई को अहमियत दी, RepoRate में कोई तब्दीली नहीं

0
31

रिजर्व बैंक ने एक बार फिर ग्रोथ के मुकाबले महंगाई को अहमियत देते हुए रेपो रेट में कोई तब्दीली नहीं की है। यह लगातार नौवां मौका है जब रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। 

Mumbai,(Shah Times)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक बार फिर ग्रोथ के मुकाबले महंगाई को अहमियत देते हुए रेपो रेट में कोई तब्दीली नहीं की है। यह लगातार नौवां मौका है जब रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। 

रेपो रेट पहले की तरह 6.5 फीसदी पर बरकरार है। इसके साथ ही एमपीसी ने ‘उदार रुख वापस लेने’ के अपने रुख को भी बरकरार रखा है। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट में बदलाव किया थ।

पिछले 25 साल में यह दूसरा मौका है जब आरबीआई ने इतने लंबे समय तक ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई की 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 4-2 के बहुमत से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने के पक्ष में मतदान किया। मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक का फोकस महंगाई पर रहेगा। यह अभी भी 4 फीसदी के मध्यम लक्ष्य से ज्यादा है।  

शक्तिकांत दास ने कहा कि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएफएफ) और स्टैंडर्ड डिपॉजिट फैसिलिटी (एसडीएफ) की दरें भी क्रमश: 6.75% और 6.25% पर बरकरार रखी गई हैं।रेपो रेट वह दर है जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आरबीआई से उधार लेते हैं। आरबीआई इसका इस्तेमाल महंगाई को नियंत्रित करने के लिए करता है।

रेपो रेट 6.5 फीसदी पर रखने का मतलब है कि होम लोन, वाहन लोन आदि की ईएमआई किस्त में बदलाव की संभावना कम है।इससे पहले जून की नीति दर समीक्षा में रिजर्व बैंक ने जीडीपी अनुमान में बढ़ोतरी की थी।

रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए जीडीपी विकास दर अनुमान को बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया था। जबकि महंगाई अनुमान को भी पहले के स्तर 4.5 फीसदी पर बरकरार रखा था।मई 2022 की नीति समीक्षा में रेपो दर 4.4 फीसदी थी।

जब रिजर्व बैंक ने फरवरी 2023 तक लगातार रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी. जून 2022 में रेपो रेट को बढ़ाकर 4.9 फीसदी किया गया था, जो अगस्त 2022 में बढ़कर 5.4 फीसदी हो गया. इसके बाद सितंबर 2022 में फिर से रेपो रेट बढ़ाया गया और यह 5.9 फीसदी पर रहा. इसके बाद दिसंबर 2022 में भी रेपो रेट बढ़ाया गया और यह 6.25 फीसदी पर पहुंच गया. इसके दो महीने बाद फरवरी 2023 में फिर से रेपो रेट बढ़ाया गया और यह 6.5 फीसदी पर पहुंच गया और तब से यह इसी दर पर बना हुआ है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here