बीच हिंसा के खिलाफ रविवार 11 अगस्त को कनाडा में हजारों हिंदुओं ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। इन विरोध में प्रदर्शनों में हिंदुओं के अलावा ईसाई और यहूदी समुदायों के लोगों ने भी हिस्सा लिया।
Neelam Saini
शाह टाइम्स। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन के बीच हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों को और मंदिरों को भी लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इसी बीच हिंसा के खिलाफ रविवार 11 अगस्त को कनाडा में हजारों हिंदुओं ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। इन विरोध में प्रदर्शनों में हिंदुओं के अलावा ईसाई और यहूदी समुदायों के लोगों ने भी हिस्सा लिया।
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा के विरोध में अमेरिका और ब्रिटेन में विरोध प्रदर्शन हुए। अमेरिका के न्यूयॉर्क और ब्रिटेन के लंदन में सैकड़ों हिंदुओं ने विरोध प्रदर्शन किया। ब्रिटेन के हाउस ऑफ पार्लियामेंट के बाहर भी बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने हिंदुओं पर हमले का विरोध किया। इस दौरान उन्होंने ‘हिंदू लाइफ मैटर्स’ के नारे लगाए। इस प्रदर्शन में मानवाधिकार संगठन के सदस्यों समेत कई लोगों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ के हेडक्वार्टर के बाहर भी कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए। दरअसल बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से हिंदुओं के घरों, मंदिरों और दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है।
आपको बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा के बीच हिंदू समुदाय पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। 52 जिलों में हिंदुओं पर हमले के अब तक 205 मामले सामने आ चुके हैं। जिसके चलते बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के हेड मोहम्मद यूनुस ने इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमले करना जघन्य अपराध है। बांग्लादेश में रह रहे हिंदू, ईसाई और बौद्ध समुदाय के लोगों की रक्षा करना देश के युवा वर्ग का फर्ज है।
बांग्लादेश की बेगम रोकेया यूनिवर्सिटी को संबोधित करते हुए यूनुस ने कहा, “छात्रों ने इस देश को बचाया है। क्या वे अल्पसंख्यकों की रक्षा नहीं कर सकते। वे भी हमारे देश के नागरिक हैं। हमें साथ मिलकर रहना होगा।” यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश अब युवाओं के हाथ में है। बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार शनिवार को हजारों हिंदू प्रदर्शनकारियों ने ढाका और चिटगांव में सड़कें जाम कीं। उन्होंने अपने घरों, दुकानों और मंदिरों पर हो रहे हमलों का विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ‘हिंदुओं की रक्षा करो’, ‘हमें इंसाफ चाहिए’ और ‘देश सभी नागरिकों का है’ जैसे नारे भी लगाए।