आरोपी पुजारी दिनेश चंद मंदिर की ठेका धनराशि बैंक में जमा कराने के लिए निकला था, लेकिन न तो वह बैंक पहुंचा और न ही मंदिर वापस लौटा।
~Sana
मथुरा, गोवर्धन: गोवर्धन के प्रसिद्ध मानसी गंगा मुखारविंद मंदिर के पुजारी द्वारा मंदिर के दान पात्र से 1.9 करोड़ रुपये लेकर फरार होने की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। आरोपी पुजारी दिनेश चंद मंदिर की ठेका धनराशि बैंक में जमा कराने के लिए निकला था, लेकिन न तो वह बैंक पहुंचा और न ही मंदिर वापस लौटा। इसके बाद मंदिर प्रबंधक चंद्र विनोद कौशिक ने इस घटना की शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलने के बाद गोवर्धन पुलिस और मंदिर प्रशासन पुजारी की तलाश में जुट गए। पुलिस ने पुजारी के घर पर छापा मारा और वहां से 71 लाख 92 हजार रुपये बरामद किए। यह धनराशि बोरियों में भरकर रखी गई थी। आरोपी पुजारी गोवर्धन के दसविसा इलाके का निवासी है।
पुलिस अधीक्षक त्रिगुन विसेन ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी की पत्नी ने पुलिस को सूचना देकर घर से पैसे की रिकवरी करवाई है। पुलिस को वहां से 72 लाख रुपये मिले हैं। अभी भी आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। मंदिर रिसीवर ने बताया कि बाकी बची धनराशि की जांच चल रही है और जल्द ही रिकवरी के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।
मंदिर प्रबंधक चंद्र विनोद कौशिक ने कहा कि सोमवार को मंदिर की ठेका धनराशि के करीब एक करोड़ नौ लाख रुपये लेकर सेवायत दिनेश चंद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में जमा कराने गया था। लेकिन उसने जालसाजी करते हुए मंदिर की धनराशि बैंक में जमा नहीं की और सारा पैसा लेकर फरार हो गया। इसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा है।
इस घटना ने मंदिर प्रशासन और स्थानीय लोगों में चिंता और गुस्से को जन्म दिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी लाई है और पुजारी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। इस घटना ने धार्मिक स्थलों में धनराशि की सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। मंदिर प्रशासन अब इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रहा है।