नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधायकों के यहां आयोजित पहले तीन दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन (National Legislative Conference) में शामिल जनप्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि जनता की बात सुनी जानी चाहिए क्योंकि लोकतंत्र को लोगों की बात सुननी से मजबूती मिलती है।
राहुल गांधी ने सम्मेलन के आखिरी दिन आज आयोजकों को भेजे अपने संदेश में देश के विभिन्न हिस्सों से आये विधायकों को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के सम्मेलन का आयोजन महत्वपूर्ण है। यह पहला सम्मेलन है जिसमें देश भर के विधायक शामिल हुए और पार्टी लाइन से उठकर विचारों का आदान प्रदान कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र सामाजिक ताने-बाने की ऐसी अनूठी मिसाल है जो सभी जाति,वर्ग,धर्म,क्षेत्र,और संप्रदाय के लोगों को समान अधिकारों के साथ रहने का अवसर देता है। हमें मानवता और एकता की यह राह महात्मा गांधी से लेकर बीआर अंबेडकर,महान समाज सुधारक वासवन्ना, नारायण गुरु, गुरु नानक देव जैसे महापुरुषों ने दिखाई है। इस सभी महापुरुषों ने समाज में विविधता में एकता का प्रभावी विचार दिया है और उनके ये विचार हमारे समाज की धरोहर है।
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राहुल गांधी ने कहा कि इन महापुरुषों में सबसे बड़ी बात यह थी कि वे दूसरों की बातों को सुनते थे और उनकी बातें सुनकर सामान्य व्यक्ति के गुण ज्ञान को परखते और समझते हुए उनकी भावनाओं से तादात्म्य कायम करते थे।
राहुल गांधी ने कहा कि अपने लोकजीवन के पिछले 10 महीने के दौरान और खासकर भारत जोड़ो यात्रा में उन्होंने लोगों से संवाद की शक्ति को पहचाना है और लोगों को सुनने से मिली ताकत के चमत्कार को महसूस किया है।
उन्होंने कहा कि भारत के भविष्य को तय करने का जिम्मा उसके नेताओं पर है और जो नेता यहां मौजूद हैं उनकी जिम्मेदारी है कि देश के भविष्य को दिशा देने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश का हर नेता सबको साथ लेकर चलने के सिद्धांत पर आगे बढ़ेगा।
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