केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से एक तीर्थयात्री की मौत, तीन घायल

उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की प्राकृतिक आपदा पर दुख व्यक्त किया है।

देहरादून, (शाह टाइम्स)। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मार्ग पर सोमवार शाम भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कई तीर्थयात्री फंस गए। अब तक एक व्यक्ति की मौत हो गई है और तीन लोगों को घायल अवस्था में बचाया गया है। जबकि एक व्यक्ति के दबे होने की सूचना है। मृतक मध्य प्रदेश का निवासी बताया जा रहा है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस प्राकृतिक आपदा पर दुख व्यक्त किया है।

रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि आज शाम भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग (मुनकटिया) स्थान पर कुछ यात्री भूस्खलन की चपेट में आ गए।

सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस द्वारा रेस्क्यू किया गया और 03 घायलों और 01 मृतक को बाहर निकाला गया है और एक व्यक्ति के अभी भी दबे होने की सूचना है।घटना स्थल पर लगातार भारी बारिश और लगातार पत्थर गिरने के कारण बचाव दल की सुरक्षा को देखते हुए बचाव कार्य रोक दिया गया है।

राजवार के अनुसार गोपाल पुत्र भक्तराम, उम्र-50, निवासी मध्य प्रदेश का शव बरामद हुआ है। जबकि जीवश तिवारी, उम्र 68 वर्ष, निवासी नेपाल, छगन लाल, पुत्र भक्तराम, उम्र 40 वर्ष, निवासी मध्य प्रदेश, मनप्रीत सिंह, उम्र 30 वर्ष, निवासी पश्चिम बंगाल को घायल अवस्था में बचाकर नजदीकी अस्पताल भेजा गया है।

उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर सोमवार शाम को हुए भूस्खलन के कारण फंसे तीर्थयात्रियों में से मंगलवार सुबह चार और शव बरामद हुए हैं। जिससे मृतकों की संख्या आज पांच हो गई है। जबकि तीन अन्य को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है। मृतक और घायलों में पड़ोसी देश नेपाल के साथ, मध्य प्रदेश और गुजरात के यात्री शामिल हैं। राहत और बचाव कार्य अभी जारी है।

रूद्रप्रयाग के अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने आज बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे सूचना प्राप्त हुई कि कोतवाली सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत, सोनप्रयाग से लगभग 01 किमी दूर गौरीकुण्ड की तरफ हाल ही में हुए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग की ओर आ रहे कुछ यात्री मलबे में दब गए हैं। सूचना पर पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व डीडीआरएफ की ओर से संयुक्त बचाव अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान देर रात तीन व्यक्तियों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया, जबकि एक अचेत अवस्था में मिला जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि यहां पर रात के समय खराब मौसम व लगातार मलबा-पत्थर आने के कारण रेस्क्यू टीमों को अपना कार्य करने में दिक्कतें आयी व बचाव कार्य रोकना पड़ा।

राणा के अनुसार, मंगलवार तड़के रेस्क्यू टीमों द्वारा फिर बचाव कार्य शुरू किया गया। इस स्थल पर 3 व्यक्ति (2 महिला व 1 पुरुष) अचेत अवस्था में मिले, जिनको डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि लगातार चले बचाव अभियान के दौरान, कुछ देर बाद रेस्क्यू टीमों को एक और महिला अचेत अवस्था में मिली, जिनको डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किया गया है। इस प्रकार इस हादसे में मृतकों की संख्या 05 हो गई है।

उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान गोपाल पुत्र भक्तराम, निवासी जीजोड़ा, पोस्ट राजोद, जिला धार, मध्य प्रदेश, उम्र 50 वर्ष, दुर्गाबाई खापर पत्नी संघन लाल निवासी नेपावाली, जिला घाट, मध्य प्रदेश, उम्र 50 वर्ष, तितली देवी पत्नी राजेंद्र मंडल, निवासी ग्राम वैदेही, जिला धनवा, नेपाल, उम्र 70 वर्ष, भारत भाई निरालाल पुत्र निरालाल पटेल, निवासी ए 301, सरदार पैलेस करवाल नगर, खटोदरा, सूरत, गुजरात, उम्र 52 वर्ष और समनबाई पत्नी शालक राम, निवासी झिझोरा, जिला धार मध्य प्रदेश, उम्र 50 वर्ष के रूप में हुई है।

अपर जिलाधिकारी श्री राणा ने बताया कि इसके अतिरिक्त, जीवच तिवारी पुत्र रामचरित, निवासी धनवा नेपाल, उम्र 60 वर्ष, मनप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, निवासी वेस्ट बंगाल, उम्र 30 वर्ष और छगनलाल पुत्र भक्त राम, निवासी राजोत, जिला धार, मध्य प्रदेश, उम्र 45 वर्ष को घायल अवस्था में रेस्क्यू किया गया है। जिनका उपचार किया जा रहा है।

रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि जनपद पुलिस के स्तर से यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत रात्रि के 06:30 बजे के बाद आवाजाही बिल्कुल बन्द कर दी गयी थी। जो लोग इस समयावधि से पहले गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग की ओर चले गये थे, उन लोगों के साथ यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि बाधित चल रहा मार्ग पैदल आवागमन के लिए खुल चुका है। सुरक्षा बलों की देखरेख में यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सोनप्रयाग की ओर भेजा जा रहा है।

Landslide on Kedarnath Yatra Route

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