डॉक्टरों ने बच्चों को दिए बचाव के टिप्स
मुजफ्फरनगर/नदीम सिद्दीकी(Shah Times)। शहर के पचेंडा रोड स्थित पी.आर.पब्लिक स्कूल में मलेरिया डे पर जिला चिकित्सालय से आए वरिष्ठ डॉक्टर ने बच्चों को मलेरिया से बचाव ,रोकथाम के बारे में जानकारियां उपलब्ध कराई। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा जिला चिकित्सालय से आए वरिष्ठ डॉक्टर की टीम के सदस्यों को फूल माला पहनकर किया गया ।
डॉक्टरों की टीम में डॉक्टर दिव्या (एडिशनल सीएमओ) डॉक्टर अलका सिंह( जिला मलेरिया ऑफिसर) डॉक्टर लोकेंद्र उपाध्याय( सीनियर मलेरिया इंस्पेक्टर) और डॉक्टर मोहम्मद इरशाद शामिल रहे। डॉक्टर की टीम ने बच्चों को मलेरिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा मलेरिया प्लास्मोडियम नाम के पैरासाइट की वजह से होता है, जो मच्छर के काटने की वजह से हमारे शरीर में प्रवेश करता है। मलेरिया के पैरासाइट फैलाने वाले मच्छर एनोफिलीस नाम से जाने जाते हैं। मच्छर के काटने से बचकर, इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है।अपने घर के आस-पास पानी न इकट्ठा होने देना, शाम के समय पूरी बाजू के कपड़े पहनना, मच्छरदानी का इस्तेमाल करना, अपने कूलर का पानी नियमित रूप से बदलना और साफ-सफाई रखने से मच्छरों को पनपने से रोका जा सकता है, जो मलेरिया के खतरे को कम करते हैं। किसी भी बीमारी से जल्द उबरने के लिए खानपान पर खासतौर से ध्यान देना चाहिए।
हेल्दी व बैलेंस डाइट न सिर्फ बीमारियों से बचाने में मददगार है, बल्कि ये जल्द रिकवरी के लिए भी जरूरी है। इससे शरीर को एनर्जी मिलती है और रिकवरी की प्रक्रिया तेज हो जाती है। मलेरिया की बीमारी को हल्के में लेने की गलती बिल्कुल भी न करें, क्योंकि यह लिवर और किडनी फेलियर तक की वजह बन सकता है। ऐसे में डाइट में प्रोटीन से भरपूर चीज़ें खाएं। इसके साथ ही कार्बोहाइड्रेट की भी मात्रा बढ़ाएं। कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की सही मात्रा टिश्यूज के निर्माण में सहायक होती है। दूध, दही, लस्सी, छाछ, मछली, चिकन, अंडा इन सारी चीज़ों को डाइट में शामिल करें।बुखार के दौरान भूख कम हो जाती है, जिस वजह से शरीर में एनर्जी फील नहीं होती और जब आप जरूरी मात्रा में खाना नहीं खाते, तो रिकवरी भी सही से नहीं होती। अगर आपका खाने का दिल नहीं कर रहा रहा, तो ग्लूकोज, गन्ने का जूस, ताजे फलों का रस, नारियल पानी, शिकंजी जैसी चीज़ों की मात्रा बढ़ा दें,ऑयली, प्रोसेस्ड, जंक, मसालेदार भोजन, अचार से परहेज करें। मलेरिया में बहुत ज्यादा चाय, कॉफी, कोको या अन्य कैफीन युक्त पेय से भी बचें। जल्द रिकवरी के लिए बॉडी को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है।
स्कूल प्रधानाचार्या मानसी सिंघल ने विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी मलेरिया से संबंधित बताई गई जानकारी को अमल में लाएंगे। इनके बारे में अपने परिवार और पास पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करेंगे। स्कूल प्रबंधक अशोक सिंघल जी और निर्देशक अनघ सिंघल जी ने उपस्थित डॉक्टर्स की टीम को मलेरिया ,उसके लक्षण और रोकथाम के बारे में दी गई ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए धन्यवाद दिया और स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स उन्हें स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। आज के इस कार्यक्रम का संचालन वैशाली त्यागी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संचालन में प्रवीण कुमार ,दिव्या शर्मा ,अजय कुमार आदि का विशेष योगदान रहा।