हरदा-प्रीतम-इंदिरा गुट में खिंची तलवारे
बागियों के लिये कांग्रेस के दरवाजे बंदः हरीश गुट
अभी तक मुझ से किसी ने नही किया संपर्कः प्रीतम
बागियों को वापस लिया तो होगी बगावत: धामी
एक सांसद, दो वर्तमान व तीन पूर्व विधायकों ने खोला मोर्चा
कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं ने कहा था वापस लिए जाएंगे बागी
हरीश रावत गुट की बैठक में ऐसे नेताओं को दिया गया जवाब
शाह टाइम्स ब्यूरो
हल्द्वानी। कांग्रेस के भीतर चल रही अंतर्कलह एक बार फिर खुल कर सामने आई गई है। हरीश रावत गुट ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और बागियों को वापस लिए जाने का बयान देने वाले प्रीतम सिंह का नाम लिये बगेर कहा कि कांग्रेस के दरवाजे बागियों के लिये नही खोले जाऐंगे। एक सांसद, दो वर्तमान व तीन पूर्व विधायकों ने बैठक में साफ कर कि बागियों की कांग्रेस में वापसी के दरवाजे बंद हो चुके है और उत्तराखंड में अगला चुनाव भी कांग्रेस हरीश रावत के चेहरे पर लड़ेगी। वही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि अभी तक न तो किसी बागी ने मुझ से संपर्क किया है और न ही मुझे इस बारे में कोई जानकारी है।
हल्द्वानी के तिकोनिया स्थित एक होटल में राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक हरीश धामी, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, ललित फस्र्वाण, हेमेश खर्कवाल पत्रकारों से रूबरू हुए। कांग्रेस के इन सभी नेताआंे ने एक स्वर में कहा कि कांग्रेस पार्टी 2022 का विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में ही लड़ेगी। क्योंकि कांग्रेस में सबसे अधिक संघर्ष करने वाले नेता हरीश रावत हैं और प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेता भी। इतना ही नही हरीश रावत के लिए सभी अपनी-अपनी सीट छोड़ने को भी तैयार हो गए। ललित फस्र्वाण, मनोज तिवारी, हेमेश खर्कवाल ने एक वीडियो जारी कर वर्तमान सरकार के जन विरोधी कार्यों को वर्चुअल माध्यम से लोगों को पहुंचाने की शुरुआत की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ कांग्रेस के विधायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ विकास और बेरोजगारी सहित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सवाल उठाए। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष के न आने पर जब पत्रकारों ने घेरा तो जवाब मिला कि व्यस्तता की वजह से वह बैठक में नही आ सकीं। आपको बता दें कि जब से हरीश रावत गुट और इंदिरा, प्रीतम सिंह के बीच अलग-अलग बयानबाजी चल रही है तबसे कांग्रेस में अंदरखाने कलह खुलकर सामने आ गई है।
हरीश धामी ने बागियों को वापस लेने पर बगावत करने का तक फैसला सुना दिया। उन्होंने कहा की कुछ बरसाती मेंढक बागियों को वापस लेने की बात कर रहे हैं, जबकि उनका खुद ही का कोई वजूद नहीं है। पत्रकारों को बताया गया कि 2022 का चुनाव कांग्रेस अपने कार्यकाल में हुए विकास और भाजपा राज में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लड़ेगी। कहा, कोरोना काल में वापस लौटे 6 लाख लोगों के लिए त्रिवेंद्र सरकार ने कुछ नही किया। जिससे हताश लोग वापस लौट गए। बागेश्वर जैसे छोटे से जिले में 40 लोगों का आत्महत्या करना राज्य के गंभीर हालात को जाहिर करने के लिए काफी है। वार्ता के दौरान पूर्व विधायक नारायण राम आर्य, नारायण पाल, पूर्व दर्जामंत्री खजान चंद्र गुड्डू, आनन्द रावत समेत कई नेता मौजूद रहे।
‘अपनों’ की ही जुबानी जंग से जूझ रही कांग्रेस
हल्द्वानी। कांग्रेस इन दिनों ‘अपनों’ की ही जुबानी जंग से जूझती दिख रही है। बागियों की वापसी को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी भी अब उपरी सतह पर पहुंच चुकी है। हल्द्वानी में हरदा टीम के दिग्गज नेताओं की पत्रकार वार्ता में कांग्रेस की जिले व महानगर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी नदारद रहे। स्थानीय विधायक व नेता प्रतिपक्ष डॅा. इंदिरा हृदयेश की गैर मौजूदगी भी चर्चा का विषय रही। इस सम्बंध में जब राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें बुलाया गया था शायद वह कहीं व्यस्त होंगी।
बरसाती मेंढक कुछ ज्यादा उछल रहेः धामी
हल्द्वानी। पूर्व विधायक हरीश धामी ने कहा कि आजकल कुछ बरसाती मेंढक कुछ ज्यादा उछल रहे हंै। जो वार्ड मेंबर का चुनाव भी नहीं जीत सकते वह हरीश रावत को लेकर बयानबाजी कर रहे हंै। धमी ने कहा कि हरीश रावत के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा।
कोई भी बागी मेरे संपर्क में नही: प्रीतम
देहरादून । कांग्रेस के एक सांसद, दो वर्तमान व तीन पूर्व विधायकों सभी हरीश रावत गुट के बागियों को लेकर दिये गये बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि अभी तक न तो किसी बागी ने मुझ से संपर्क किया है और न ही मुझे इस बारे में कोई जानकारी है। अगर कोई भी बागी पार्टी में शामिल होना चाहता है या हो रहा है तो यह फैसला पार्टी हाईकमान को करना है।
Test