मुजफ्फरनगर । जनपद मुजफ्फरनगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव के निर्देशन में नशीले पदार्थों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान व आगामी पंचायत चुनाव के दृष्टिगत आज क्राइम ब्रान्च व थाना सिविल लाईन मुजफ्फरनगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अवैध शराब के कारोबार में लगे चार शातिर अपराधी गिरफ्तार किया जिनके कब्जे से भारी मात्रा में ढक्कन , रैपर बरामद किये गये है।
~अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध शराब के कारोबारी गैंग का पर्दाफाश~
— MUZAFFARNAGAR POLICE (@muzafarnagarpol) February 25, 2021
क्राइम ब्रांच/थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा 04 अभियुक्त लाखों ढक्कन/रैपर सहित गिरफ्तार #UPPolice
ढक्कन/रैपर बनाने की अवैध फैक्ट्री व मशीनों का खुलासा
UP,उत्तराखण्ड,राजस्थान,दिल्ली आदि में डिमांड पर करते थे सप्लाई pic.twitter.com/OmMvfDJOBe
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने जानकारी देते हुए बताया की हमने अभी 15 दिन पहले एक रैकेट को पकड़ा था। जो सरकारी ठेकों पर जो डिस्टलरी मैं बनने वाली शराब को कॉपी करके फेक रेपर , ढक्कन और बोतल बनाकर जहरीली शराब बनाते हैं और उसको चेंज करके बेचने का अपराध कर रहे हैं। उस गैंग के हमने 12 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे थे। उसमें उनका मेन सरगना चमन नाम का व्यक्ति वह बचा हुआ था। चमन को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके साथ साथ 3 लोगों को और गिरफ्तार किया गया है। जिन लोगों से साठे आठ लाख ढक्कन और ढाई लाख रैपर बरामद हुए हैं। जो कि हरियाणा उत्तराखंड पंजाब और उत्तर प्रदेश , उत्तर प्रदेश में गाजीपुर अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर जनपद में सप्लाई कर रहे थे। यह सारी रिकवरी इनसे की गई है और इसी के साथ एक फैक्ट्री का भी खुलसा किया गया है जो फैक्ट्री दिल्ली में है। जहां पर यह लोग इन धडकनों को बना रहे हैं। फैक्ट्री में लगाई हुई है मशीनों की कीमत दस - दस लाख रूपये है और 800 से 900 किलो तक मशीन का वजन है और 25 से 30 हजार ढक्कन एक दिन में बना लेती है। फैक्ट्री पर भी कार्यवाही की जाएगी। पिछले डेढ़ साल से हमारी टीम इस पर काम कर रही है और अलग-अलग जगह से अलग-अलग लोग पकड़े गए हैं। उसमें यह मास्टरमाइंड दिल्ली के माध्यम से अलग-अलग लोगों को सारी चीजों की सप्लाई करते हैं। 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 12 लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया था कह सकते हैं कि यह 16 लोगों को गैंग है उसको पकड़ा गया है। चार लोग अभी इसमें वांछित चल रहे हैं जितना भी शराब का सामान बरामद हुआ है इसमें साडे आठ लाख ढक्कन है ढाई लाख पेपर है। मान के चले तो लगभग इससे आठ लाख पचास हजार बोतल तैयार होगी जिसकी कीमत करोड़ों रुपए में होगी। पूर्व में भी इन पर जनपद मुजफ्फरनगर में मुकदमे दर्ज हैं। यह बहुत शातिर अपराधी है जो कई वर्षों से इस काम को कर रहे थे 2019 में अभी मुजफ्फरनगर पुलिस ने नकली शराब बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया था।
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