दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां चल रही है और केंद्र सरकार ने भी योग दिवस मनाने के लिए देश-विदेश में सप्ताह भर चलने वाली ऑनलाइन गतिवधियां शुरू कर दी है। कोविड के मौजूदा दौर की वजह से आउटडोर गतिविधियां ना के बराबर की जा रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 7वें उत्सव की थीम भी कोविड की वजह से कुछ ऐसी रखी गई है जो घर पर ही योग करने का संदेश देती है।
योग क्या है
योग तत्वत: बहुत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित एक आध्यात्मि विषय है जो मन एवं शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर ध्यान देता है। यह स्वस्थ जीवन - यापन की कला एवं विज्ञान है। योग शब्द संस्कृत की युज धातु से बना है जिसका अर्थ जुड़ना या एकजुट होना या शामिल होना है।
योग का इतिहास
योग का इतिहास आज से लगभग 5000 साल पुराना है। भारत में इसकी शुरुआत का श्रेय महर्षि पतंजलि को दिया जाता है। भारतीय ऋषियों ने आज से लगभग 5000 साल पहले ही इसे मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, और बौद्धिक विकास के लिए बहुत जरूरी बताया था। उनके मुताबिक ईश्वर और मनुष्य के बीच सम्बन्ध स्थापित करने के लिए, योग एक प्रमुख साधन है।
योग एवं हमारा खान -पान
योगाभ्यास के लिए अच्छे और बुरे माने जाने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में बहुत सारे मिथक और सच्चाई हैं। एक स्वस्थ संतुलित आहार स्वस्थ बनाए रखने के लिए अनिवार्य है क्योंकि यह सर्दी, खांसी, मलेरिया जैसी बीमारियों के शिकार होने से बचता है
चीनी और वसा युक्त खाद्य पदार्थ खाने से आप कुछ समय के लिए शांत और अच्छा महसूस कर सकते हैं, पर लंबी अवधि में इस रणनीति से वजन बढ़ता है,साथ ही हृदय रोग, मधुमेह और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। गैर संचारी रोगो के संकट को दूर करने के लिए फ्रंट ऑफ़ पैक लबलेलिंग एक कारगार उपाय हो सकता हैं। हाई फास्टिंग शुगर , उचच रक्त चाप और मोटापा इस बीमारियों के बोझ के मुख्य कारण हैं। स्वस्थ एवं संतुलित आहार का सेवन क्र हम इन बीमारियों से बच सकते है। आज योग दिवस पर हम ये प्रण ले की योग का अभ्यास करते हुए हम एक पौष्टिक खाद्य प्रणाली को अपनी दैनिक दिनचर्या में सम्मिलित करेंगे जिसमे ट्रांस वसा रहित भोजन सहीत एक संतुलित मात्रा में नमक एवं चीनी का उपयोग होगा|
~आसीम सान्याल
सीओओ, कंस्यूमर वॉयस
प्रस्तुति: प्रमोद पंत, एकता पुरोहित
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