- उच्च हिमालयी इलाकों ने ओढ़ी बर्फ की चादर
- बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब में करीब दो फीट बर्फ जमी
- उत्तरकाशी के आठ गांव पूरी तरह बर्फ से ढक
- औली का तापमान न्यूनतम माइनस तीन डिग्री पहुंचा
शाह टाइम्स टीम
देहरादून/चमोली/उत्तरकाशी। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश व बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश की वादियां बर्फ की सफेद चादर से लबालब हो गई है। बर्फबारी के बाद हिमालय की खूबसूरत वादियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं। चमोली जिले में बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, गोरसों बुग्याल, औली सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बदरीनाथ धाम में करीब डेढ़ फीट और हेमकुंड साहिब में करीब दो फीट बर्फ जम गई है। मंगलवार को औली का तापमान अधिकतम छह डिग्री और न्यूनतम माइनस तीन डिग्री, जोशीमठ का अधिकतम आठ डिग्री और न्यूनतम माइनस एक और गोपेश्वर का तापमान अधिकतम 13 डिग्री और न्यूनतम छह डिग्री रहा। बर्फबारी होते ही बड़ी संख्या में पर्यटक औली पहुंचना शुरू हो गये हैं। केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, चंद्रशिला, कालशिला समेत जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है, जबकि निचले इलाकों में दिनभर में कई बार रुक-रुकर बारिश होती रही।
उत्तरकाशी में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुईं ओर पहाडों में हिमपात शुरू हो गया, जबकि निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है। बर्फबारी व बारिश बागवानी एवं कृषि के लिए संजीवनी मानी जा रही है। वहीं कड़ाके की ठंड के साथ उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार सुबह से भारी बर्फबारी जारी है। बर्फबारी के कारण जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों हर्षिल घाटी सहित बड़कोट के गीठ पट्टी और मोरी के दूरस्थ गांव में जन-जीवन अस्त व्यस्त है। हालांकि अभी जनपद के सभी मुख्य मार्ग सुचारू हैं। तो वहीं आपदा कंट्रोल रूम से बर्फबारी के कारण होने वाली दिक्कतों की जानकारी ली जा रही है। साथ ही सड़क सम्बन्धित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी के आठ गांव पूरी तरह बर्फ से ढक गए हैं। तो वहीं बड़कोट के गीठ पट्टी के दर्जनों गांव सहित मोरी के पर्वत क्षेत्र के गांव भी बर्फबारी से बर्फ से छा गए हैं।
उत्तरकाशी जनपद में मंगलवार का उच्चतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस है। तो वहीं यमुनोत्री धाम में उच्चतम-4 डिग्री औए न्यूनतम-6 डिग्री और गंगोत्री धाम में उच्चतम 3 और न्यूनतम 1 डिग्री सेल्सियस है। जिला आपदा प्रबधंन अधिकारी देवेंद्र पटवाल का कहना है कि बर्फबारी को देखते हुए सभी सड़कों से सम्बंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया।
वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भड़की जंगल की आग बुझने पर वन विभाग के साथ स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।
तडके से ही रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, गुप्तकाशी, ऊखीमठ में बारिश हो रही है। इस दौरान जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। उधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ समेत जिले के अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी तीसरे दिन भी बर्फबारी हुई। इस बार सर्दियों में केदारकांठा सांकरी क्षेत्र में रिकाॅर्ड पर्यटक पहुंच रहे हैं। सांकरी में बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने से जाम की स्थिति बनी हुई है। पर्यटन कारोबारी भगत सिंह रावत ने बताया कि इस बार सर्दियों में बीते सालों के मुकाबले ज्यादा संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं।
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