भगत ने किया पूरी मातृशक्ति का अपमान: इंदरा
अशिष्ट भाषा का उपयोग कर रहे भाजपाई
बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले मर्यादा भूले
शाह टाइम्स संवाददाता
हल्द्वानी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश का बड़ा बयान आया है उन्होंने इसे अशिष्ट भाषा का प्रयोग करार दिया। नेता विपक्ष ने कहा कि जब बीजेपी के सर्वोच्च पद पर बैठे नेता ऐसा बयान देंगे तो पार्टी के दूसरे लोगों का हाल क्या होगा, सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। नेता विपक्ष ने कहा कि जिस तरह की अमर्यादित टिप्पणी-का प्रयोग उन्होंने किया है वह पूरी मातृशक्ति का अपमान है। डा. इंदिरा ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने उनके खिलाफ अशिष्ट भाषा का प्रयोग किया है। किसी भी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अगर इस तरह की भाषा का प्रयोग करें तो वह पूरी मातृशक्ति का अपमान है। उन्होंने कहा कि यत्र नारियस्तु पूजयंते, रमंते तत्र देवता का नारा हमारी संस्कृति में लिया जाता है। देश की संस्कृति का संरक्षण करने का दंभ भरने वाली पार्टी का एक प्रदेश स्तरीय नेता इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करती है तो वह पूरे समाज और देश के लिए सोचनीय विषय है। उनके इस तरह के बयान से पूरे देश की मातृशक्ति को गहरा आघात पहुंचा है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्होंने प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सं बंशीधर भगत के बयान का संज्ञान लेने का आहवान करते हुए इसका जवाब तलब करना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष किया कि 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का नारा देने वाले भाजपा नेताओं की इस अशिष्ट भाषा के बाद बाहर की बेटियां तो दूर घर की महिलाएं भी पास आने से कतराएंगी।
बदजुबान है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत: गरिमा
देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य गरिमा मेहरा दसौनी ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हिरदेश पर की गई अभद्र टिप्पणी पर घोर आपत्ति जताई है। उन्होंने बंशीधर भगत को आड़े हाथों लेते हुए कहा के लोकतंत्र में राजनीति का अपना एक स्तर होता है एक गरिमा होती है एक लक्ष्मण रेखा होती है जिसे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने तार-तार कर दिया है । दसोनी ने भाजपा आलाकमान से इसका संज्ञान लेने का आग्रह करते हुए कहा कि इस तरह की शब्दावली और आचरण ना काबिले बर्दाश्त है।
दसोनी ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ना नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा का लिहाज रखा ना एक महिला होने का लिहाज रखा ना उम्र का लिहाज और ना ही श्रीमती इंदिरा के राजनीतिक अनुभव का ।
दसोनी ने आगे कहा कि वैसे तो बंशीधर भगत अपनी बदजुबानी के लिए ही जाने जाते हैं लेकिन आज भगत जी ने सारी हदों को पार कर दिया है। जो पार्टी राजनीतिक शुचिता और पारदर्शिता की बात करती है भगत के आचरण से उस दल की संस्कृति और संस्कार दोनों उजागर हो गए हैं । भगत ने आखिरकार बता दिया कि भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा क्या है ।भगत की शब्दावली की घोर निंदा करते हुए दसौनी ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से बंशीधर भगत को निष्कासित करने की मांग की।
मानसिक संतुलन खो चुके हैं भगत : नवीन
देहरादून । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वारा नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा ह्रदयेश को लेकर की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि बंशीधर भगत अपना मानसिक संतुलन खो चुके है अब उनका खुले में घूमना समाज के लिये घातक है उनको खुले में अब नही छोड़ना चाहिये जिस व्यक्ति की मानसिकता महिलाओं के प्रति इस प्रकार की है तो उनकी पार्टी की भी मानसिकता कैसी होगी श्रीमती इंदिरा हृदयेश उत्तराखंड ही नही पूरे देश में उनको सम्मान की नज़र से देखा जाता है उनके बारे में श्री भगत की मानसिकता उनके पारिवारिक संस्कार को दर्शाता है
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