नई दिल्ली,(Shah Times)। 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी बीच सत्ता के लिए मुकाबला कड़ा दिख रहा है,मोदी की भाजपा कुछ भी करने के लिए तैयार है ।
भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय दलों को जोड़ने में लगी है अब लोग यह चर्चा करते देखें जा रहे है कि जब मोदी की भाजपा 370 और एनडीए 400 पार आ ही रही है तो यह जोर आजमाइश क्यों और किस लिए की जा रही है इससे साफ़ समझा जा सकता हैं कि जैसा कहा और गोदी मीडिया दिखा रहा है वैसा है नहीं।
सूत्र बता रहे हैं कि महाराष्ट में मोदी की भाजपा अपने किए पर पश्चाताप कर सकती है हो सकता हैं कि एकनाथ शिंदे को किनारे करके मोदी की भाजपा दोबारा उद्धव ठाकरे की ताजपोशी करने की तैयारी कर रही है ।
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार हैं। इन सब पश्चाताप की क्या वजह हो सकती हैं कि किसी भी सूरत में सत्ता बनी रहे किसी कमी की वजह से सत्ता गईं तो सरकार में रहते जो कुछ हुआ उसकी जांच होगी और सबके सामने दूध का दूध और पानी का पानी होने में देर नही लगेगी। फिर उस नकाब का क्या होगा कि ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा जबकि हुआ उसके उलटा हैं कहीं ऐसा तो नहीं है लग तो यही रहा जिस तरीके से क्षेत्रीय दलों को लालच देकर मतलब भारत के सर्वोच्च सम्मान तक को सत्ता में वापसी लाने के लिए दिया जा रहा है या डराकर अपने साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है।
सांप्रदायिकता के विरोध वाले वोट को मफाद परस्त दोगले सेक्युलर के नाम पर छल कपट करने वालों से सावधान रहने की जरूरत है तब जाकर मोहब्बत की मिसाल को इस देश में स्थापित किया जा सकेगा।