मुजफ्फरनगर। रिहायशी इलाकों में चल रही पशु डेयरियों को बहाल करने के नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पालिका प्रशासन व संबंधित थाना पुलिस ने ठण्डे बस्ते में डाले रखे। और संसाधनो की कमी का रोना रोकर इस अभियान को दरकिनार कर दिया गया जिससे यह अभियान ठण्डा पड गया। सोमवार की शाम केन्द्रीय राज्यमंत्राी डॉक्टर संजीव बालियान ने मौहल्ला साकेत कॉलौनी का निरीक्षण किया तो यहां रिहायशी इलाकों में चल रही पशु डेयरी और नालों में गोबर मिला। जिनके निर्देश पर प्रशासनिक अमला हरकत में आया और यहां से तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया। जिससे डेयरी संचालकों में हडकंप मचा है।

मंगलवार को भी चार विभागों की टीम ने शहर के तीन मौहल्लों में सर्वे अभियान चलाते हुए पशु डेयरी को चिन्हित किया। ऐसी दो दर्जन से अधिक डेयरियों को चयनित किया जो रिहायशी इलाके में चल रही है और उनके पास न तो पानी का कनेक्शन है और न ही नियमानुसार कोई जगह जिससे उन पर पशु क्रूरता अधिनियम की धरा बन रही है। शहर के वार्ड नम्बर 26 के अन्तर्गत तीन मौहल्लों जिनमें साकेत कॉलौनी, ब्रहमपुरी और मल्हुपूरा में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विद्युत विभाग, पशु पालन विभाग व नगर पालिका की टीम ने पहुंचकर छानबीन शुरू की। ऐसे में इन डेयरियों पर न तो कॉर्मिशियल कनेक्शन मिला और न ही घरेलू, ज्यादातर डेयरियों में समरसेबिल मोटर लगाकर पानी का दुरूपयोग किया जा रहा था और गोबर को नालियों में बहाया जा रहा था।
ताला लगाकर फरार हुए डेयरी संचालक
जिससे डेयरियों संचालकों में हडकंप मच गया। कई स्थानों पर मकानों में चल रही डेयरी मालिक बाहर से ताला लगाकर फरार हो गए। टीम ने अलग-अलग अपनी रिपोर्ट नगर मजिस्ट्रेट को सौंपने की तैयारी शुरू कर दी है जिसके बाद इन पर फआईआर होगी। दिनभर चले अभियान से डेयरी संचालकों में हड़कंप मचा रहा। तीन मौहल्लों में चले सर्वे अभियान की खबर पूर शहर में पफैली तो अन्य क्षेत्रों में चल रही पशु डेयरियों के संचालक घरों में ताला लगाकर फरार हो गए। दिन भर इस मामले को लेकर लोगों में यह चर्चा रही कि अब डेयरियां मौहल्लो में गन्दगी नहीं फैलाएंगी।
नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कर रखे हैं 21 डेयरियों को बाहर करने के आदेश
नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर हुए धारा 133 के वाद में तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह ने सलमुद्दीन उर्फ ननवा द्वारा दायर किए गए वाद में दोनो पक्षों के तर्क वितर्क सुनने के बाद मल्हूपुरा में चल रही इक्कीस डेयरियों को बाहर करने के आदेश दिए थे। नगर मजिस्ट्रेट न्यायालय आदेश के बाद कुछ दिन तक तो रिहायशी इलाकों में चल रही पशु डेयरियों को बाहर करने का अभियान चला, लेकिन थोडे दिन बाद ही इस अभियान ने दम तोड दिया और यह मामला ठण्डे बस्ते में चला गया। नगर पालिका प्रशासन संसाधनों की कमी होने का रोना रोता रहा। तो पुलिस के लिए भी यह अभियान वरदान बन गया। नगर पालिका स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और पुलिस रिहायशी इलाकों में चलने वाली डेयरी स्वामियों को अभियान का भय दिखाकर उनसे फीलगुड करते रहे। और धीरे धीरे यह अभियान ठण्डे बस्ते मे पहुंच गया।
नगर मजिस्ट्रेट ने कहा ………..
रिहयाशी इलाकों में चल रही पशु डेयरियों से सड़कों व नालियों में गोबर बहाने की शिकायत मिली है। जिसका सर्वे कराया जा रहा है। तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट के कार्यकाल में डेयरियों के संबंध् में नगर मजिस्ट्रेट न्यायालय द्वारा बाहर हटवाने के आदेश की पत्रावलियां दोबारा से निकलवाई गई है। और उनका अध्ययन करने के बाद दोबारा से डेयरियों को बाहर करने का आदेश दिया जाएगा। डेयरी संचालक अपनी डेयरियां बाहर नहीं ले जाते है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी
बोले नगर स्वास्थ्य अधिकारी ……….
मिली शिकायत के बाद चार विभागों की टीम ने तीन मौहल्लो का निरीक्षण करते हुए रिहायशी इलाकों में चल रही डेयरियों का सर्वे किया है। पशु पालन विभाग से आई टीम ने पशु क्रूरता की जांच की। साथ ही प्रदूषण विभाग और विद्युत विभाग की टीम ने भी नियमानुसार डेयरी स्थालों का निरीक्षण किया है। जलकल विभाग की टीम भी निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट नगर मजिस्ट्रेट को सौंपेगी। जिसके बाद नगर मजिस्ट्रेट के निर्देश पर अग्रिम कार्यवाही होगी। यह अभियान जारी रहेगा।…….
पहले मिली रिहाई फिर जाना पड़ा जेल
मुजफ्फरनगर। सोमवार की रात मौहल्ला साकेत कॉलौनी व मल्हूपुरा में डेयरी संचालकों पर हुई कार्यवाही में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था जिन्हे मंगलवार की सवेरे नगर मजिस्ट्रेट न्यायालय से रिहाई मिल गई थी, लेकिन उनके जमानती दाखिल न होने पर उन्हे दोबारा से हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। जिससे अन्य डेयरी संचालकों में दहशत का माहौल है। और उन्होने अपनी डेयरियां बंद रखी। दरअसल सोमवार की शाम केन्द्रीय राज्यमंत्राी डॉक्टर संजीव बालियान ने लोगों की शिकायत पर साकेत कॉलौनी का निरीक्षण किया था जहां उन्हे नालियो में गोबर बहता हुआ मिला और रिहायशी इलाकों में चल रही डेयरियों पर उन्होने नाराजगी जताई थी और प्रशासन को कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जिस पर मौहल्ला मल्हूपुरा के जुल्फिकार पुत्र हबीब, तस्लीम पुत्र यामिन व जुबैर पुत्र जुल्फिकार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। थाना सिविल लाइन पुलिस ने मंगलवार को उनका शांतिभंग में चालान करते हुए नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हे रिहाई मिली, लेकिन शाम तक उनके जमानती दाखिल नहीं हुए तो पुलिस ने उन्हे दोबारा से जेल भेज दिया।