
पुलिस प्रशासन के जाम से निपटने के लिए छुट रहे पसीने।।यमुनोत्री में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं पैदल मार्ग पर दे रहे बड़े हादसे का न्यूता।यमुनोत्री राजमार्ग पर जुड्डो से खरसून क्यारी तक लगा 10 किमी. लंबा जाम।
उत्तरकाशी ,(Shah Times)। चारधाम यात्रा के चौथे दिन भी यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम जगह देखने को मिला है। जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन के खूब पशीना भी छूटे हैं। हालात बिगड़ते जा रहें हैं। यमुनोत्री तीर्थ धाम में जिस पर से क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से व्यवस्था चरमरा गई है। गनिमत रहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जिस प्रकार से जाम देखने को मिला यदि रेलिंग टूट जाती तो बहुत बड़ा हादसा हो जाता था । सोमवार को जानकीचट्टी से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सुबह करीब तीन बजे से मां यमुना के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ जा रही है।चारधाम यात्रा शुरू होते ही गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है।
यात्रा के चौथे दिन सोमवार को विकास नगर यमुनोत्री राजमार्ग पर जुड्डो, लोहारी से लेकर खरसूनक्यारी तक करीब 10-12 किमी. लम्बा ट्रैफिक जाम लगा रहा। उधर कुथनौर, डाबर कोट आदि स्थानों पर पुलिस ने वन वे करके ट्रेफिक क्लियर किया जा रहा। वहीं गंगोत्री राजमार्ग पर भी दिन भर उत्तरकाशी तांबा खानी से लेकर भटवाड़ी रोड़, नैताला, से लेकर आगे गंगनाणी , सुक्की में वन वे के कारण स्थानीय लोगों को भी दिन भर जाम का सामना करना पड़ा है। गंगोत्री हाईवे पर सुक्की के सात मोड़ पर वाहनों की कतार लग गई, जिससे धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री घंटों जाम में फंसे रहे।:::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::क्या कहते हैं पुलिस उपाधीक्षक यमुनोत्री यात्रा शुरुआती में रफ्तार पकड़ गई है । कपाट उद्घाटन के दिन ही क्षमता से अधिक 10- 12 हजार से अधिक श्रद्धालु की संख्या पहुंच चुकी है जिस वजह से कुछ कठिन हुई है ,लेकिन पुलिस प्रशासन सुगम यात्रा के लिए कटिबंध है। सुरेन्द्र सिंह भंडारी पुलिस उपाधीक्षक यमुना घाटी।::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::;;;;;;;;🛑गंगोत्री- यमुनोत्री तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नम्बर।।
कंट्रोल रूम से तीर्थयात्रियों को 24 घण्टे मिलती रहेगी सड़क, मौसम, जाम समेत जरूरी जानकारी -यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान की जानकारी देगा पुलिस और आपदा कंट्रोल रूमउत्तरकाशी 13, मई। यमुनोत्र -गंगोत्री धाम आने वाले तीर्थयात्रियों की मदद के लिए प्रशासन ने सोमवार हेल्पलाइन नम्बर जारी कर दिए हैं। आपदा परिचालन केंद्र और पुलिस के हेल्पलाइन नम्बरों पर 24 घण्टे दोनों धामों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। कंट्रोल रूम की मॉनिटरिंग भी शीर्ष अफसरों को दी गई है। ताकि तीर्थयात्रियों की हर समस्या का त्वरित निदान हो सके। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन गंभीर है। तीर्थयात्रियों को दोनों धामों की सड़क, मौसम की स्थिति से लेकर अन्य जानकारी सही और समय पर मिले, इसके लिए जिला आपदा परिचालन केंद्र और जिला पुलिस कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गए हैं। इन नम्बरों पर तीर्थयात्री धामों से जुड़ी कोई भी जानकारी और समस्या का समाधान ले सकते हैं। उन्होंने यात्रा रूट पर तैनात सभी नोडल और विभागीय अफसरों को निर्देश दिए कि किसी भी समस्या का निदान समन्वय बनाकर करें।
तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसका ध्यान रखा जाए। इन हेल्पलाइन नम्बर पर मिलेगी मददजिला आपदा कंट्रोल रूम-01374-222722, 222126टोल फ्री नम्बर-1077मोबाइल-7500337269व्हाट्सएप-7310913129पुलिस कंट्रोल रूम-9411112976-8868815266 :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::भटवाड़ी चडेथी के सुलभ शौचालय में कटा है बिजली छाया अंधेरा।।भटवाड़ी / उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम कू कपाट चार दिन पहले श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले गये ,लेकिन अब तक भी गंगोत्री धाम के मुख्य पड़ाव भटवाड़ी चडेथी के सुलभ शौचालय में अंधेरा छाया हुआ है। इसे चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। चारधाम यात्रा से पहले गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सुलभ शौचालय का बिजली कनेक्शन कट गया था ,लेकिन अब चारधाम यात्रा देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चारों धाम के कपाट खुल चुके हैं। लेकिन गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी तक सुलभ शौचालय पर बिजली कनेक्शन नहीं जुड़ पाया है जिससे वहां पर आने वाले तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभी तक भटवाड़ी चडेथी बाजार के समिप अस्थाई शौचालय का निर्माण भी नहीं हो पाया है।