महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के दबाव मे काम कर रही है खुद को निष्पक्ष बताने वाली संस्था
मुंबई l अमित जानी ने आरोप लगाया कि वे इंडियन मोशन पिक्चर प्रोडयुसर एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य है किसी भी सदस्य को दफ़्तर आने जाने की छूट है लेकिन 2 दिन पहले imppa के सचिव अनिल नागर्थ ने उनको कॉल करके मुंबई दफ़्तर आने से मना किया और कहा कि आप दफ़्तर आओगे तो मनसे हमारा दफ़्तर तोड़ देगी
हम आपके टाइटल ऑनलाइन रजिस्टर्ड कर रहे है..
अमित जानी ने आरोप लगाया कि ऑनलाइन की प्रक्रिया मे 17 अगस्त तक टाइटल देने के कमिटमेंट पे imppa द्वारा फीस ली गयी थी लेकिन 24 अगस्त तक वो इसको टालते रहे और अंत मे मुंबई मे बैठे फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस के हाथ से बड़ी फ़िल्म निकल जाने और मनसे के दबाव मे ” कराची टु नोयडा ” को कंटोवर्शियल कहकर रिजेक्ट कर दिया गया है।
अमित जानी ने फ़िल्म मेकर एसोसिएशन को जवाबी मेल मे लिखा है कि यदि चांदनी चौक टु चाइना विवादित नहीं है तो कराची टु नोयडा विवादित कैसे है? साथ ही लिखा है कि फ़िल्म मेकर्स एसोसिएशन को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की विचार धारा पे ना चलाया जाए।
अमित जानी ने आरोप लगाया कि ये नेपोटिज्म है, पक्षपात और भेदभाव पूर्ण कृत्य है, कराची टु नोयडा एक उत्तर प्रदेश का व्यक्ति ( उत्तर भारतीय ) बना रहा है ये बात राज ठाकरे को बर्दास्त नहीं हो रही है और उनके दबाव मे फिल्म मेकर इस फ़िल्म को रोकना चाहते है लेकिन वे IMPPA के खिलाफ बम्बई उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटायेगे।
अमित जानी ने कहा जिस दिन उत्तर प्रदेश मे योगी जी ने फ़िल्म सिटी प्रोजक्ट को पूरा कर लिया ये पक्षपाती, क्षेत्रवादी हिंदी सिनेमा उद्योग कायदे मे आ जायेगा।