विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्लू लाइन पर एशिया के कुछ हिस्सों में सुरक्षा को लेकर चिंता है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ‘नई दिल्ली स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। हम ब्लू लाइन पर बिगड़ते सुरक्षा हालात को लेकर चिंतित हैं। हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।”सैनिकों की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएं’
New Delhi, (Shah Times )। इजराइल ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र की चौकियों पर भी हमला करना शुरू कर दिया है। इजराइली टैंकों ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र के बेस को निशाना बनाया। इस हमले में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के 2 सदस्य घायल हो गए।
ब्लू लाइन पर बिगड़ते सुरक्षा हालात पर भारत ने चिंता जताई है। दरअसल, इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के तीन ठिकानों पर गोलीबारी की, जिसके कारण शांति सैनिक लेबनान में फंस गए। इसे देखते हुए विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्लू लाइन पर एशिया के कुछ हिस्सों में सुरक्षा को लेकर चिंता है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ‘नई दिल्ली स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। हम ब्लू लाइन पर बिगड़ते सुरक्षा हालात को लेकर चिंतित हैं। हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।”सैनिकों की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएं’
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, ‘सभी को संयुक्त राष्ट्र भवन की पवित्रता का सम्मान करना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए इजराइल-लेबनान सीमा पर ब्लू लाइन बनाई गई है। इस पर 600 भारतीय सैनिक भी तैनात हैं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वे ब्लू लाइन पर बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर नजर रख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र परिसर की अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए, उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन दल पर हमले के बाद इटली, फ्रांस और इंडोनेशिया जैसे कई देशों ने इजराइल से जवाब मांगा है। वहीं, भारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने कहा कि हिजबुल्लाह संयुक्त राष्ट्र चौकियों की आड़ में इजराइल पर हमला कर रहा है। इजराइल संयुक्त राष्ट्र के सैनिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा। इजराइल ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र शांति दल के बेस पर टैंक से हमला किया।
लेबनान और इजराइल सीमा पर दो तरह के शांति सैनिक तैनात हैं। इनमें से एक का नाम ‘यूनाइटेड नेशन इंटरिम फोर्स इन लेबनान’ यानी UNIFIL है। जबकि दूसरी ‘यूनाइटेड नेशन डिसइंगेजमेंट ऑब्जर्वर फोर्स’ जबकि दूसरी ‘यूनाइटेड नेशन डिसइंगेजमेंट ऑब्जर्वर फोर्स’ है।
इजराइल ने 1 अक्टूबर को लेबनान में जमीनी घुसपैठ शुरू की थी। इसके बाद इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों से दक्षिणी लेबनान से हटने को कहा। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। अब संयुक्त राष्ट्र ने आरोप लगाया है कि इजराइल ने पिछले 24 घंटों में लगातार उनके ठिकानों को निशाना बनाया है। इजराइली सैनिकों ने यूनिफिल के 2 और ठिकानों पर कैमरों और लाइटों पर जानबूझकर फायरिंग की। वहीं, इजराइली सेना ने कहा है कि टैंकों से हमला करने से पहले उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों को सुरक्षित स्थान पर चले जाने की चेतावनी दी थी।
Israel attacks UN posts housing Indian peacekeepers in Lebanon