समय हमें हमेशा आगे बढ़ता हुआ नजर आता मगर क्या वह पीछे भी जा सकता है क्या सारी घटनाएं एक के बाद एक होती है या फिर पास्ट प्रेजेंट फ्यूचर एक दूसरे के साथ ही रहते हैं यह शायद साइंस का सबसे चैलेंजिंग टॉपिक है जो सच्चाई के बारे में हमारी सबसे बुनियादी सोच पर ही सवाल खड़े करता हूं।
समय हमें हमेशा आगे बढ़ता हुआ नजर आता मगर क्या वह पीछे भी जा सकता है क्या सारी घटनाएं एक के बाद एक होती है या फिर पास्ट प्रेजेंट फ्यूचर एक दूसरे के साथ ही रहते हैं यह शायद साइंस का सबसे चैलेंजिंग टॉपिक है जो सच्चाई के बारे में हमारी सबसे बुनियादी सोच पर ही सवाल खड़े करता हूं। व्यास समय ब्रह्मांड का बुनियादी हिस्सा है या फिर समय का असल में वजूद ही नहीं वक्त क्या हुआ है अभी मैं कहूंगा कि अभी रात के 9:02 हुए हैं मगर आप कहां हैं कब हैं उसके हिसाब से समय बदल भी सकता है हममें से ज्यादातर लोग यही मानते हैं कि समय वह नंबर है जिनसे हम दिन का हिसाब लगाते हैं। हमारी जिंदगी घड़ी के हिसाब से चलती है जागने का वक्त काम पर जाने का समय सोने का टाइम है। मगर हमेशा से ऐसा नहीं था जब मैं छोटा था तब गर्मियों के मौसम का समय निश्चित नहीं था। मुझे किसी खास जगह पर नहीं जाना पड़ता था। ना ही किसी अपॉइंटमेंट था मेरा दिन सूरज के हिसाब से चलता था। इसलिए उस वक्त टाइम मेरे लिए खास मायने नहीं रखता। अब मैं वक्त से लड़ रहा हूं मगर यह दौड़ किसके खिलाफ है। ब्रह्मांड में वाकई समय का वजूद है या फिर यह एक ऐसी चीज है जो हमने अपने सिविलाइजेशंस को चलाने के लिए बनाई है। इसका जवाब पाने के लिए हमें पहले एक बड़ा मामूली से सवाल पूछना होगा। समय क्या है उसे समझाने की कोशिश कीजिए काम आसान नहीं है।
समय किसी भी चीज को अचानक होने से रोकता है। इस लिहाज से दुनिया का वह हिस्सा है जो घटना हुई खास तरीके से अंजाम देता है शुरू से अंत तक एक चीज में होती है। यही जानते हैं कि वह नहीं है जो हम समझते हैं समय ऐसी चीज नहीं है जो अपने आप हो रही है बल्कि इसे हम अपने दिमाग में बनाते हैं और मेरा दिमाग आपके दिमाग से अलग है। हम एक ही घटना को अलग-अलग नजरिए से देखते हैं। समय तो होता ही नहीं है और जो होता है वह असल में दुनिया में हर चीज का डिस्ट्रीब्यूशन है जिसे मैं रोज कहता हूं और वह है समय के बारे में सबसे अच्छी चीज लगती है। सर आइज़क न्यूटन ने बताया था कि ब्रह्मांड के पीछे यह लगातार धड़कता रहता है। ब्रह्मांड एक विशाल घड़ी है जिसे ईश्वर चला रहे हैं।
मगर यह अंदाजा गलत था लिस्ट पॉलिटिकल फिजिसिस्ट है और वह समय के रहस्य की गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। न्यूटन ने समय के बारे में कहा था कि वह लगातार चलता रहता है भले ही ब्रह्मांड में कुछ हो रहा हो या नहीं मिसाल के तौर पर हमारे स्टूडियो में कुछ नहीं हो रहा कोई धुन नहीं बज रही। फिर भी इन सबसे बेपरवाह चलता जा रहा है। दरअसल समय ब्रह्मांड में थोड़ा धीमा चलता है और हमारी पृथ्वी पर ब्रह्मांड के हिसाब से थोड़ा तेज। यदि आप ब्रह्मांड में ब्लैक होल के बारे में अध्ययन करेंगे, तो पता चलेगा कि ब्लैक होल में समय की रफ्तार और भी कम है। यदि आप छोटी सी मक्खी का अध्ययन करेंगे तो उसकी जिंदगी मनुष्यों के मुकाबले काफी तेज है, उसका जीवनचक्र लगभग डेढ़ से दो सप्ताह में पूरा हो जाता है। इसी के अनुसार वह डेढ़ से दो सप्ताह के भीतर वे सभी कार्य कर लेती है, जो हम पूरी जिंदगी में करते हैं। इसलिए समय सबके हिसाब से अलग-अलग चलता है।