चेतावनी का सीधा-सीधा मतलब हो सकता है कि ईरान-इजरायल तनाव अगर किसी भी तरह बढ़ा तो इससे खाड़ी के तेल निर्यातक देशों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने हमला किया तो वह बदले में इजरायली नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला करेगा और इसमें मदद करने वाले अरब देशों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
नई दिल्ली (Shah Times): इजरायल और ईरान के बीच जंग से पूरा मिडलईस्ट परेशान है। ऐसे में ईरान सारे अरब देशों को धमकी देना शुरू कर दिया है। इजरायल पर 1 अक्टूबर को ईरान ने मिसाइल हमला किया था।
ईरान को इजरायल पलटवार की चिंता
इस हमले के बाद अब ईरान को इजरायल पलटवार की चिंता है। ईरान ने ऐसे में अब सीधे इजरायल को मदद करने वाले देशों को चेतावनी दी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने अपने अरब और क्षेत्रीय पड़ोसियों को चेतावनी दी है कि अगर ईरान पर अमेरिका या इजरायली हमलों के लिए अपने क्षेत्र या हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने दिया जाता है तो उन्हें जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
सीधी-सीधी दी चेतावनी
चेतावनी का सीधा-सीधा मतलब हो सकता है कि ईरान-इजरायल तनाव अगर किसी भी तरह बढ़ा तो इससे खाड़ी के तेल निर्यातक देशों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने हमला किया तो वह बदले में इजरायली नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला करेगा और इसमें मदद करने वाले अरब देशों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
दिख रहा है ईरान की धमकी का असर
ईरान की इस धमकी का असर भी दिख रहा है। अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का हवाला देते हुए रिपोर्ट ने कहा कि मिडिल ईस्ट के कुछ अमेरिकी सहयोगियों ने बताया है कि वह ईरान के खिलाफ किसी भी हमले के लिए इजरायल या अमेरिका को अपना एयरस्पेस या जमीन इस्तेमाल नहीं करने देंगे।
ईरान ने 1 अक्टूबर को किया था हमला
ईरान ने 1 अक्टूबर को लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ इजरायल पर हमला किया था। तब इजरायल ने एक दर्दनाक जवाबी हमले की कसम खाई थी। अमेरिका कहता रहा है कि वह ईरान की न्यूक्लियर साइट और तेल भंडार पर हमला न करे।
इन देशों को पैदा हो रहा है खतरा
सऊदी, यूएई और कतर समेत फारस की खाड़ी के अरब देशों ने इजरायल के किसी भी हमले के लिए उनके हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से मना कर दिया है। अमेरिकी सहयोगी इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि ईरान की तेल फैसिलिटी पर इजरायल हमला न करे। क्योंकि इसके बाद ईरान इजरायल पर हमला करने की जगह खाड़ी के देशों की तैल फैसिलिटी पर हमला करेगा, जो दुनिया के लिए अच्छा नहीं होगा।