दिल्ली। भारत के 360 डिग्री बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Surya Kumar Yadav) ने स्वीकार किया है कि वनडे क्रिकेट (ODI cricket) में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, हालांकि वह एकदिवसीय विश्व कप की ओर बढ़ते हुए इस प्रारूप में बेहतर बनने की कोशिश कर रहे हैं।
सूर्यकुमार (Surya Kumar) ने कहा, “अगर मैं ईमानदारी से कहूं तो मुझे पता है कि वनडे क्रिकेट (ODI cricket) में मेरे आंकड़े काफी खराब हैं। यह मानने में कोई शर्म नहीं है। हम ईमानदारी के बारे में बात करते हैं, आपको ईमानदार होने की ज़रूरत है लेकिन यह और भी महत्वपूर्ण है कि आप अपने खेल में कैसे सुधार करते हैं।”
सूर्यकुमार (Surya Kumar) वेस्ट इंडीज (West Indies) दौरे पर हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की एकदिवसीय शृंखला में मात्र 78 रन बना सके। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के चोटग्रस्त होने के बाद सूर्यकुमार भारतीय मध्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गये हैं और उन्हें विश्व कप में भी यह भूमिका निभानी पड़ सकती है।
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सूर्यकुमार ने कहा, “हमने इतना टी20 क्रिकेट (T20 cricket) खेला है कि हम उसके आदी हो गये हैं। हम उतना एकदिवसीय क्रिकेट नहीं खेलते इसलिये यह प्रारूप काफी चुनौतीपूर्ण है। आपको इसमें अलग-अलग तरीके से खेलना आना चाहिये। अगर शुरुआत में कुछ विकेट गिर गये तो आपको संयम के साथ खेलना होगा, मध्य ओवरों में रन निकालने होंगे और आखिरी ओवरों में टी20 वाला रवैया अपनाना होगा।”
उन्होंने कहा, “फिलहाल, टीम प्रबंधन ने मुझे वनडे क्रिकेट (ODI cricket) के बारे में जो बताया है, मैं उसे लागू करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं उस विश्वास को बनाये रखने की कोशिश करूंगा जो टीम को मुझ पर है।” सूर्यकुमार को वनडे क्रिकेट में पहले नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिये कहा गया था, लेकिन टी20 (T20) में उनके प्रदर्शन को देखते हुए टीम प्रबंधन ने उन्हें नंबर छह पर आज़मने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, “रोहित (शर्मा) और राहुल (द्रविड़) भाई ने मुझसे कहा है कि यह ऐसा प्रारूप नहीं है जो हम बहुत ज्यादा खेलते हैं। वह चाहते हैं कि मैं क्रीज पर समय बिताऊं और 45 से 50 गेंदें खेलूं। यही टीम प्रबंधन का संकेत है, अब यह मुझ पर है कि मैं अंतिम 15-18 ओवरों में बल्लेबाजी कर रहा हूं तो मुझे अपना खेल कैसे खेलना है। सूर्य कुमार ने 44 गेंदों में 83 रन बनाकर भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ सात विकेट से जीत दिलाई। करो या मरो के इस मुकाबले में उन्होंने तिलक वर्मा (37 गेंद, 49 रन) के साथ 87 रन की साझेदारी की, जो भारत की जीत में निर्णायक साबित हुई।
सूर्य कुमार ने तिलक पर कहा, ‘मुझे लगता है कि उनकी सोच बहुत स्पष्ट है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह अपने खेल को अच्छे से जानते हैं।’ वह जानता है कि जब वह बल्लेबाजी करने आएगा तो क्या करना चाहता है। मानसिक रूप से वह बहुत मजबूत है और जब आप भारतीय ड्रेसिंग रूम में आते हैं तो यह सबसे महत्वपूर्ण बात है।