डॉक्टर्स का कहना हैं कि ईयरफोन, हेडफोन और ईयर बड्स का लंबे समय तक इस्तेमाल करना कान के लिए हानिकारक हो सकता है और इससे कानों में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
~Neelam Saini
(शाह टाइम्स)। आपने देखा होगा आजकल ज्यादातर लोग मोबाइल नेक बैंड या ईयर बड का अधिक इस्तेमाल करते हैं। ओर इन चीजों का अत्यधिक इस्तेमाल से कानों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे सुनने की क्षमता कम हो सकती है, यहां तक कि आप बहरेपन की समस्या का भी शिकार हो सकते है।
आजकल के युवा मोबाइल नेक बैंड और ईयर बड का बहुत अधिक उपयोग कर रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप उनकी सुनने की शक्ति कमजोर होती जा रही है इसके साथ ही, कान में दर्द और संक्रमण की शिकायतें भी बढ़ रही हैं। डॉक्टर्स का कहना हैं कि ईयरफोन, हेडफोन और ईयर बड्स का लंबे समय तक इस्तेमाल करना कान के लिए हानिकारक हो सकता है और इससे कानों में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
इसी के बारे में बात करते हुए डॉ. वर्मा ने कहा, 130 डेसिबल से ऊपर की आवाज कान में दर्द पैदा कर सकती है। और ज्यादा बेस वाले इयरफोन का वाइब्रेशन कान के पर्दे पर जोरदार प्रभाव डालता है जिससे कानों को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि इन उपकरणों का उपयोग बहुत कम और सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
कानों की देखभाल कैसे करें
आपको बता दें की कानों की देखभाल के लिए इयरफोन और ईयर बड का सुरक्षित उपयोग करना बहुत जरूरी है। ध्वनि के लेवल को कंट्रोल करना और सुरक्षित सुनने की आदतें विकसित करना आवश्यक है। संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखना भी जरूरी है।
बता दें की समाज में इस समस्या के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है, ताकि युवाओं में इसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी बढ़े। ओर वह इन उपकरणों के विकल्प के रूप में हेडफोन और स्पीकर का उपयोग भी किया जा सकता है, जो कानों के लिए कम हानिकारक होते हैं। इसके साथ उन्हे यह भी सलाह दे कि कभी भी किसी और के इयरफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। वैसे तो इयरफोन और इयरबड्स का उपयोग कम करें और अपने कानों की सुरक्षा का ध्यान रखें, ताकि भविष्य में सुनने की समस्याओं से बचा जा सके।