आपदा में सड़कें गायब, खतरनाक रास्तों का सफर
कुदरत के कहर के आगे सरकार भी हुई बेबस
Report by- Mohd Shahnazar
चमोली। उत्तराखंड(Uttarakhand) का पर्वतीय क्षेत्रों (Hilly area)में भारी बारिश और बादल फटने (Cloud burst) जैसी घटनाओं से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है, पहाड़ों(Hilly area) में जगह-जगह आपदा(Disaster) जैसे हालत बने हुए हैं। कुदरत के कहर के आगे शासन-प्रशासन और सरकार (Government)भी बेबस नजर आ रही है। रास्ते बंद होने के कारण लोग अपनी जान जोखिम में डाल का सफर करने को मजबूर हैं, बीमार और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने को भारी मश्क्कत का सामना करना पड़ रहा है।
चमोली (Chamoli)जिले से सामने आए एक वीडियो ने दिल दहला दिया है, साथ ही सिस्टम की भी पोल खोली है। थराली के ग्रामीण क्षेत्र में सड़क गायब होने के बाद ग्रामीण गर्भवती को कंधों पर लेकर खतरनाक रास्तों को पार करते हुए अस्पताल ले जाते हुए दिखाई दे रहे है। सोशल मीडिया (Social media)में वायरल ये वीडियो देखकर हर कोई हैरान है।
आपदा में सड़कें गायब होने के बाद ग्रामीण लोहे के खभों के सहारे खतरनाक रास्तों को पार कर रहे हैं। 13 अगस्त को ब्रह्मताल से ऊपरी क्षेत्र में कहीं बादल फटने(cloud burst) से नाला उफान पर आ गया था, नाले के तेज बहाव में देवाल वाण मोटर मार्ग का 100 मीटर से अधिक हिस्सा पूरी तरह तबाह हो गया था, इस रास्ते के खत्म होने के बाद सबसे ज्यादा दिक्कतें ग्रामीणों को उठानी पड़ रही हैं।
रास्ते खत्म होने के बाद प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए उपजिलाधिकारी थराली रविन्द्र जुवाठा के नेतृत्व में जिला आपदा रेस्क्यू टीम ने लोहे के पोल डालकर ग्रामीणों की आवाजाही के लिए रास्ता तैयार किया, ताकि वाण जैसे अन्य गांवों के लिए खाद्यान्न का संकट न हो।