महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में कांग्रेस-शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है ,क्या कांग्रेस और उद्धव सेना के दरमियान शरद पवार करा पाएंगे सुलह?
मुंबई,(Shah Times)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अभी ठीक एक महीना बाकी है, लेकिन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में कांग्रेस-शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है
एमवीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय न हो पाने के कारण अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की केंद्रीय चुनाव और स्क्रीनिंग कमेटियों की दो अहम बैठकें अचानक रद्द कर दी गईं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, अगर जल्द सहमति नहीं बनती है तो पार्टी किसी भी फैसले के लिए तैयार है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने भी कहा कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है। कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि अगर सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनती है तो पार्टी किसी भी स्थिति के लिए तैयार है।
ऐसी भी खबरें हैं कि कांग्रेस और शिवसेना के बीच तनाव बढ़ रहा है और दोनों दलों के वरिष्ठ नेता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शप) प्रमुख शरद पवार के दरवाजे तक पहुंच गए हैं।
देर रात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात की। उन्होंने माहौल को शांत करने की कोशिश की। इसके बाद सीट शेयरिंग पर फिर बातचीत शुरू हुई। शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे और एमएलसी अनिल परब ने भी शरद पवार से मुलाकात की। शिवसेना (यूबीटी) नेताओं ने कहा कि यह मुलाकात एमवीए घोषणापत्र पर चर्चा के लिए थी। हालांकि, जानकारों का मानना है कि सीटों को लेकर शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच विवाद पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। रविवार को उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में पार्टी नेताओं की बैठक भी बुलाई। हालांकि, एमवीए के किसी भी दल ने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की।
कांग्रेस कमेटियों की बैठक में जब कोई हल नहीं निकला तो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मंत्री और सीडब्ल्यूसी सदस्य नसीम खान को पवार के पास भेजा। नसीम खान ने कहा कि मैंने शरद पवार से विवादित सीटों पर चर्चा की। चूंकि वे एमवीए के आर्किटेक्ट हैं, इसलिए उन्होंने उद्धव ठाकरे और संजय राउत दोनों से बात की। मुझे यकीन है कि शरद पवार के हस्तक्षेप के बाद विवाद जल्द ही सुलझ जाएगा।
हाल ही में कांग्रेस ने सभी विधानसभा सीटों का जायजा लिया था और 288 उम्मीदवारों की पहचान की थी। हाल के दिनों में एमवीए नेताओं की सात बार बैठक हो चुकी है। इन सभी बैठकों में एमपीसीसी अध्यक्ष नाना पटोले, राउत और एनसीपी के जयंत पाटिल मौजूद थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) की मांगें अवास्तविक हैं, जिसके चलते आम सहमति नहीं बन पाई। उन्होंने ऐसी सीटों की मांग की है जहां उनकी मौजूदगी लगभग नगण्य है।
Before Maharashtra elections, high voltage drama between Congress-Shiv Sena (UBT) over seats, meetings also cancelled