महाकुंभ 2025 के पहले स्नान पर संगम तट पर आस्था, भक्ति, और जनसैलाब का अभूतपूर्व दृश्य। लाखों श्रद्धालु पुण्य स्नान, पूजा-अर्चना और एकता का उत्सव मना रहे हैं।
Prayagraj,(Shah Times) । महाकुंभ 2025 के पहले स्नान पर प्रयागराज के संगम तट पर अपार आस्था और अगाध भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिला। पौष पूर्णिमा पर सुबह 9:30 बजे तक 60 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ ले चुके थे।
विदेशों से आए श्रद्धालु, जैसे साउथ कोरिया, जापान, रूस, अमेरिका और यूरोप के देशों के सनातनी भक्त भी इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बने। स्पेन से आई क्रिस्टीना ने महाकुंभ की भव्यता की मुक्त कंठ से सराहना की।
कल्पवासी, संगम में स्नान के बाद कठिन नियमों का पालन करते हुए पुण्य और मोक्ष प्राप्ति की साधना कर रहे हैं। साथ ही, महादेव की विशेष उपासना का संयोग इस सोमवार को इस आयोजन को और दुर्लभ बना रहा है। घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा ‘हर हर महादेव’ और ‘जय श्रीराम’ जैसे नारों से वातावरण गूंजायमान हो रहा है।
घाटों और मेले के पास तिलक लगाने वाले और पूजा सामग्री बेचने वाले व्यापारी इस आयोजन से लाभान्वित हो रहे हैं। उनके अनुसार, 2019 की तुलना में इस बार अधिक भीड़ और उत्साह देखने को मिल रहा है।
महाकुंभ का यह आयोजन सनातन संस्कृति, एकता और मानवता का सबसे बड़ा उत्सव बन गया है, जो देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं को एक सूत्र में पिरोता है।
A grand confluence of faith, unity and Sanatan culture on the first bath of Maha Kumbh