
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गीडा, गोरखपुर में एथेनॉल डिस्टिलरी का उद्घाटन किया
2,000 लोगों को मिलेगा रोजगार, एथेनॉल उत्पादन से होगी विदेशी मुद्रा की बचत
CM योगी ने गोरखपुर के गीडा में 1,200 करोड़ के एथेनॉल प्लांट का उद्घाटन किया। प्लांट से 2,000 नौकरियां और किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिलेगी।
गोरखपुर/लखनऊ, (Shah Times) । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में केयान डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के अत्याधुनिक एथेनॉल प्लांट का लोकार्पण किया। 30 एकड़ भूमि पर फैला यह अनाज-आधारित सुपर मेगा प्रोजेक्ट कुल 1,200 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्लांट के निरीक्षण के साथ 5 चयनित कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे और वाहनों का फ्लैग-ऑफ भी किया।
एथेनॉल से हवाई जहाज और गाड़ियां भी चलेंगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह डिस्टिलरी प्लांट राज्य को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में एथेनॉल की दिशा में आत्मनिर्भर बनाएगा। “यहां उत्पादित एथेनॉल न सिर्फ वाहनों बल्कि हवाई जहाजों के ईंधन के रूप में उपयोग होगा। इससे विदेशी मुद्रा की भारी बचत होगी, जो फिलहाल पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर खर्च होती है।” उन्होंने बताया कि इस प्लांट में रेक्टिफाइड स्प्रिट का भी उत्पादन होगा, जिसका इस्तेमाल मॉडर्न मेडिसिन और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में होगा।
किसानों को अतिरिक्त आमदनी का नया जरिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्लांट स्थानीय किसानों के लिए भी वरदान साबित होगा। गेहूं की कटाई के बाद बचे हुए डंठल, पराली, टूटे चावल, खराब अनाज, मक्का इत्यादि की खरीद प्लांट द्वारा की जाएगी। पराली के बदले किसानों को ₹10 प्रति क्विंटल का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे समितियों के माध्यम से इस प्लांट से जुड़ें और अपनी आय में वृद्धि करें।




रोजगार का नया केंद्र बनेगा प्लांट
इस डिस्टिलरी प्लांट से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 2,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “युवा अब अपने जिले में ही काम पा सकेंगे, जिससे प्रवास पर निर्भरता कम होगी।”
उत्तर प्रदेश बना एथेनॉल उत्पादन का अग्रणी राज्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए सरप्लस गन्ना और वेस्ट फूड ग्रेन आधारित एथेनॉल उत्पादन कार्यक्रम के कारण, प्रदेश में एथेनॉल उत्पादन 42 लाख लीटर से बढ़कर अब 177 करोड़ लीटर हो गया है। केयान डिस्टिलरी भी इस विकास यात्रा का हिस्सा बनेगी। पहले चरण में यहां प्रतिदिन 3.5 लाख लीटर एथेनॉल का उत्पादन होगा, जिसे बाद में 5 लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जाएगा।
गीडा में 8 वर्षों में हुआ 15,000 करोड़ रुपये का निवेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब गीडा में निवेश की कमी थी, लेकिन बीते 8 वर्षों में यहां 15,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और 50,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार ने गीडा को निवेश के लिए भरोसेमंद गंतव्य बना दिया है।
ग्रीन एनर्जी और पर्यावरण की सुरक्षा पर विशेष जोर
उन्होंने कहा कि उद्योगों को जीरो लिक्विड डिस्चार्ज और को-जेन प्लांट्स की दिशा में काम करना चाहिए। सोलर एनर्जी के अधिकतम उपयोग के लिए खाली स्थानों पर सोलर पैनल लगाने की भी आवश्यकता है। साथ ही, आमी नदी की स्वच्छता और निरंतरता बनाए रखने के लिए CTP (कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट) समय पर स्थापित किया जाना जरूरी है।
कार्यक्रम में कई गणमान्य हुए शामिल
इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ल, विधायक प्रदीप शुक्ला, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और डिस्टिलरी प्लांट से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे।