टीम इंडिया से बाहर होने पर पूर्व फ्रेंचाइजी ने भी छोड़ा था साथ
लंदन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इंग्लैंड के ओवल में खेला जा रहा है। मैच के तीसरे दिन शुक्रवार (नौ जून) को टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने शानदार अर्धशतक लगाया। पिछले साल टीम से बाहर होने वाले इस बल्लेबाज ने वापसी मैच में लाजवाब पारी खेली। रहाणे ने भारत को संकट से बाहर निकालने का काम किया है। फाइनल में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता और गेंदबाजी चुनी। उनका यह फैसला गलत साबित हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बना दिए। जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत पहली पारी में निराशाजनक हुई। टीम के शीर्ष चार बल्लेबाज 71 रन के अंदर पवेलियन लौट गए। कप्तान रोहित शर्मा 15, शुभमन गिल 13, चेतेश्वर पुजारा 14 और विराट कोहली 14 रन बनाकर आउट हुए। यहां से रहाणे ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर पारी को संभाला और अर्धशतकीय साझेदारी की। जडेजा 48 रन बनाकर आउट हुए।
रहाणे ने फिर शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर टीम को 200 के पार पहुंचाया। रहाणे ने 16 महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में अर्धशतक लगाया है। उन्होंने पिछली बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जनवरी 2022 में अर्धशतकीय पारी खेली थी। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में पांच हजार रन भी पूरे कर लिए। रहाणे ऐसा करने वाले भारत के 13वें बल्लेबाज हैं। मौजूदा टीम में उनके अलावा विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ऐसा कर चुके हैं। रहाणे जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तो उनके अंगूठे में चोट लग गई। वह अंगूठे में पट्टी लगाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। रहाणे ने चोट के बावजूद खेलना जारी रखा और टीम इंडिया को मुश्किल से बाहर निकाला। उन्होंने आईपीएल फाइनल के बाद कहा था कि उनका बेस्ट प्रदर्शन आना अभी बाकी है। रहाणे एक समय विराट कोहली के बाद कप्तान बनने के दौर में सबसे आगे थे, लेकिन कुछ खराब पारियों ने उन्हें टीम से ही बाहर कर दिया। रहाणे ने धोनी के साथ रहकर खुद को मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत किया। साल 2022 की शुरुआत में जब टेस्ट टीम से बाहर हुए तो वह काफी दबाव में थे।
उनका आईपीएल 2022 में भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। रहाणे को कोलकाता नाइटराइडर्स ने भी टीम से बाहर कर दिया था। आईपीएल में उन्होंने अपना बेस प्राइस घटाया और 50 लाख के ग्रुप में खुद को शामिल किया। आईपीएल के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई तो रहाणे पर चेन्नई सुपरकिंग्स के अलावा किसी ने बोली नहीं लगाई। सीएसके ने उन्हें 50 लाख रुपये में खरीद लिया। रहाणे के लिए चेन्नई ने नीलामी से पहले ही प्लान बना लिया था। टीम के सीईओ काशी विश्वानाथन की इस बारे में कोच स्टीफन फ्लेमिंग और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से बात भी हुई थी। रहाणे के साथ फ्लेमिंग राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स में काम कर चुके थे। वह उनके अनुशासन के फैन थे। वहीं, धोनी की कप्तानी में रहाणे ने टीम इंडिया में काफी खेला था। कोच और कप्तान की जोड़ी को रहाणे पसंद थे। रहाणे ने मुंबई के खिलाफ 27 गेंद पर 61 रन की पारी खेली। यह उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उन्होंने 2020 के बाद आईपीएल में अर्धशतक लगाया। इस पारी के बाद अचानक से रहाणे को टीम इंडिया में लेने की बात होने लगी। हालांकि, सिर्फ यही पारी इसके पीछे वजह नहीं थी। रहाणे ने रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया था। रहाणे ने मुंबई के लिए दो शतकों की मदद से 57.63 की औसत से 634 रन बनाए थे। रणजी में शानदार प्रदर्शन के बाद भी रहाणे लाइमलाइट में नहीं आए थे। उन्हें आईपीएल की सफलता ने फिर से सबकी नजरों में ला दिया। जब चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम चैंपियन बनी थी तो रहाणे से उनके बदलाव के बारे में पूछा गया था। रहाणे ने तब कहा था, सीएसके मैनजमेंट और माही भाई (धोनी) को धन्यवाद कहना चाहूंगा। उन्होंने कहा था कि वो हमेशा मेरा समर्थन करेंगे। उन्होंने सीजन से पहले मुझे मेरा रोल समझा दिया था। सीएसके ने जो आजादी दी है वह बहुत बड़ी बात है। मैं अपनी बल्लेबाजी को लेकर काफी खुश हूं। धोनी ने भी रहाणे की तारीफ की। उन्होंने कहा, रहाणे जैसे खिलाड़ी को समझाना नहीं पड़ता। वह काफी अनुभवी हैं।