पुरोला के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तैयार कर रही पिरूल एवं रिंगाल की राखियां
रिपोर्ट– चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी । जनपद के स्वयं सहायता समूह (self help group)द्वारा पिरूल (Pirul)एवं रिंगाल(Ringal) कि हस्त निर्मित राखियों की आपूर्ति की डिमांड बढ़ने लगी है । जिला अधिकारी अभिषेक रूहेला एवं मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार के मार्गदर्शन में जनपद उत्तरकाशी (Uttarkashi) के स्वयं सहायता समूहों से पिरूल(Pirul) एवं रिंगाल(Ringal) कि हस्त निर्मित राखियां बनाई जा रही है। स्वयं सहायता समूह(self help group) के उत्पादों की मांग उत्तराखंड (Uttarakhand)मुख्यमंत्री (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) कार्यालय से की गई जिन्हें खास अवसरों पर राज्य अतिथियों को भेंट किया जाएगा।
सीएम कार्यालय (CM Office)से लगभग 350 राखियों कि मांग की गई है । जिससे कि प्रधानमंत्री कार्यालय(PM office) को उत्तराखंड (Uttarakhand)मुख्यमंत्री कार्यालय भेंट की करेंगे।गौरतलब है कि पुरोला विकासखंड की हिमाद्री स्वायत्त सहकारिता खडग्या सेम के नेतृत्व में पोरा, खलाड़ी, कोटी, देवरा की महिलाएं चीड़ के पिरूल (Pirul)से खास तरह की सुंदर राखी तैयार कर रही हैं।राखी तैयार करने में दो दर्जन से अधिक महिलाएं इन दिनों राखी तैयार कर रही हैं।
महिलाओं को पूर्व में वन विभाग पुरोला ने चीड़ के पिरूल (Pirul)एवं रिंगाल(Ringal) का प्रशिक्षण दिया था।
Shah Times Dehradun 21 August 23 E-PAPER
इन दिनों एक महिला प्रतिदिन 15 से 20 राखी तैयार कर रही है। इन महिलाओं ने राखी बनाने का प्रशिक्षण कमल घाटी स्वायत्त सहकारिता से लिय है। ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना उत्तरकाशी इन्हें सहयोग कर रही है।वहीं ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना उत्तरकाशी के परियोजना प्रबंधक कपिल उपाध्याय ने बताया कि परियोजना महिलाओं को सहयोग कर रही है। जिसमें मार्केटिंग और डिजाइनिंग में सहयोग किया गया है।
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