देहरादून बिल्डर्स एस एस साहनी द्वारा आठवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या किए जाने का प्रकरण
देहरादून बिल्डर्स एस एस साहनी के लड़के ने घटना वाले दिन राजपुर थाने पर दिया था तीन पेज का प्रार्थना पत्र अजय और अनिल गुप्ता पर लगाए थे अपने पिता को धमकाने के गंभीर आरोप कूटरचित दस्तावेजों के आधाार पर सहारनपुर पुलिस को दी थी झूठी सूचनाए सहारनपुर पुलिस पर पिता साहनी को बार-बार बुलाने के भी लगाए गए आरोप
शाह टाइम्स के पास मौजूद है एस एस साहनी के लड़के द्वारा थाने पर दिया गया प्रार्थना पत्र
~ मयूर गुप्ता
देहरादून,(Shah Times)। करीब छहः दिन पूर्व शहर के नामी बिल्डर्स द्वारा राजपुर रोड स्थित एक मॉल की आठवी मंजिल से कूदकर मौत को गले लगा लिए जाने के मामले में अब एक नया मोड आ गया है। नामी बिल्डर्स के लड़के ने पिता द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने के तत्काल बाद राजपुर पुलिस को तीन पेंजों का एक शिकायती प्रार्थना पत्र गुप्ता बंधुओं के खिलाफ़ देते हुए उन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इतना ही नहीं अपने पिता की मौत के बाद साहनी के पुत्र ने सहारनपुर पुलिस पर भी आरोप लगाया कि वह गुप्ता बंधुओं द्वारा दिए गए झूठे शिकायती प्रार्थना पत्र के बाद उनके पिता को बार-बार सहारनपुर बुलवाकर उन्हे परेशान किया जा रहा था। इतना ही नहीं घटनावाले दिन ही साहनी को सहारनपुर आने का आखिरी समय भी दिया गया था।
24 मई की प्रातः जिस दिन रेसकोर्स निवासी शहर के नामी बिल्डर्स सतेन्द्र सिंह साहनी द्वारा राजपुर रोड स्थित एक मॉल की आठवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या जैसे कदम उठाया था उसी दिन साहनी के लड़के रणबीर सिंह ने राजपुर थाने पर तीन पेंजों का लिखा एक शिकायती पत्र वहां पर मौजूद थानाधयक्ष पीडी भटट को दिया था। मृतक बिल्डर्स के पुत्र रणबीर सिंह साहनी ने अपने शिकायती पत्र में इस बात का उल्लेख किया था कि गुप्ता बन्धुओं अनिल कुमार गुप्ता पुत्र श्यामलाल गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता पुत्र शिव गुप्ता निवासीगण 7 नेहरू रोड डालनवाला देहरादून द्वारा उसके पिता को लगातार डराया और धमकाया जा रहा था। इतना ही नहीं शिकायती प्रार्थना पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया गया था कि दोनों गुप्ता बन्धुओं द्वारा उसके पिता एस एस साहनी को ब्लैक मेल भी किया जा रहा था।
रणबीर सिह साहनी ने राजपुर पुलिस को दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया गया था गुप्ता बन्धाुओं द्वारा डराए और धमकाए जाने के अलावा ब्लैक मेल किए जाने पर उसके पिता ने मरने से पूर्व यानी 16 मई 2024 को दोनों के खिलाफ़ लिखित रूप में शिकायत स्थानीय पुलिस को कि थी जिसमे आरोप लगाया गया था कि अनिल कुमार गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता द्वारा किए जा रहे कृत्यों, धमकियों, उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग की जा रही थी जिसकी जांच स्वयं पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार द्वारा की जा रही थी।
पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया गया कि अनिल कुमार गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता द्वारा उसके पिता पर उनके दोनों प्रोजेक्टों को उनके नाम करने का दबाव भी लगातार बनाया जा रहा था जिसके बाद एस एस साहनी ने अपने और अपने परिवार की जानमाल के खतरे की आशंका भी उक्त दोनों से जताई थी।
रणबीर साहनी ने राजपुर पुलिस को जो शिकायती पत्र घटना वाले दिन सौंपा था उसमे इस बात का भी उल्लेख प्रमुखता से किया गया था कि अनिल कुमार गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल बिना किसी क्षेत्रधिकार के करते हुए सहारनपुर पुलिस के समक्ष एक झूठी शिकायत दी थी।
पत्र में रणबीर सिंह साहनी ने इस बात का भी उल्लेख करते हुए सहारनपुर पुलिस पर आरोप लगया कि वह उसके पिता को बार-बार सहारनपुर बुलवाती थी और घटनावाले दिन भी उसके पिता को सहारनपुर पुलिस ने बुलवा रखा था। सहारनपुर पुलिस के दबाव के कारण उसके पिता काफ़ी घबराए हुए थे और इसी दौरान उनकों गुप्ता बंधुओं से निरंतर धमकियां भी मिल रही थी कि कल सुबह तक दोनों कंपनियां उनके नाम कर दो नहीं तो तुम और तुम्हारा दामाद जेल जाने के लिए तैयार रहे नहीं तो ऐसी नौबत ला देंगे कि तुम खुद आत्महत्या कर लोगे।
राजपुर पुलिस को वारदात वाले दिन रणबीर सिंह साहनी द्वारा सौंपे गए शिकायती प्रार्थना पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि गुप्ता बन्धुओं लगतार धमकियां दे रहे थे कि उसके पिता को उनके प्रभाव को देख रखा है। इसी बात से परेशान होकर उत्पीड़न और बेइज्जती के अलावा धमकियां को देख और बेटे और दामाद का नाम झूठे फ़ंसाए जाने से दुखी होकर 24 मई की प्रातः करीब 9 बजे उसके पिता एस एस साहनी ने राजपुर रोड स्थित एक मॉल की आठवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
मॉल की आठवी मंजिल से कूदकर मौत को गले लगाने वाले शहर के बिर्ल्डस साहनी के पुत्र द्वारा दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र के बाद ही दून पुलिस के अधिकारी और राजपुर पुलिस पूरी तरह से हरकत में आए थे जिसके बाद दोनों गुप्ता बन्धुओं की गिरफ्तारी की गई थी। यहां पर इस बात का भी उल्लेख किया जाना अति आवश्यक है कि अगर दून पुलिस अधिकारी द्वारा जांच एस एस साहनी द्वारा दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लेते और आरोपी गुप्ता बन्धुओं के खिलाफ़ दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र के तत्काल बाद कार्रवाई करते तो हो सकता था कि शहर के नामी बिल्डर्स को आत्महत्या जैसे निर्णय को करने से रोका जा सकता था।