भारत से इंजीनियरिंग निर्यात में गिरावट

Decline in engineering exports from India

भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) की जारी रिपोर्ट में कहा गया



नई दिल्ली। अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख बाजारों में भारत से होने वाले इंजीनियरिंग सामान के निर्यात में इस वर्ष मई में मांग में कमी और आसन्न मंदी की आशंकाओं से गिरावट का रुख जारी रहा वहीं इस दौरान संयुक्त अरब अमीरात (यूएईऔर ऑस्ट्रेलिया को होने वाले निर्यात में वृद्धि हुई।
भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (EEPC India) की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि मई 2023 में भारत से अमेरिका को होने वाला इंजीनियरिंग निर्यात 1.44 अरब डॉलर रहा, जो मई 2022 के 1.79 अरब डॉलर की तुलना में 19.6 प्रतिशत कम है। इसी तरह वित्त वर्ष 2024 के अप्रैल-मई में अमेरिका को होने वाले इंजीनियरिंग निर्यात में 2.84 अरब डॉलर की तुलना में साल-दर-साल आधार पर 22.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
मई में चीन में शिपमेंट साल-दर-साल आधार पर 10.5 प्रतिशत गिरकर 19.31 करोड़ डॉलर रह गया। इसी चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-मई अवधि में साल-दर-साल आधार पर 13 प्रतिशत की गिरावट रही। दूसरी ओर, मई में यूएई और ऑस्ट्रेलिया को इंजीनियरिंग निर्यात में वृद्धि हुई। यूएई को इंजीनियरिंग निर्यात साल-दर-साल आधार पर लगभग 32 प्रतिशत बढ़कर 56.71 करोड़ डॉलर हो गया। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया को शिपमेंट में 17.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। संचयी आधार पर संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए शिपमेंट में सकारात्मक वृद्धि देखी गई।

दैनिक शाह टाइम्स के ई-पेपर पढने के लिए लिंक पर क्लिक करें


इस वर्ष मई में यूरोपीय संघ (ईयू) को इंजीनियरिंग निर्यात साल-दर-साल आधार पर 6.4 प्रतिशत घटकर 1.91 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान जिन क्षेत्रों के निर्यात में गिरावट देखने को मिली उनमें उत्तरी अमेरिका, आसियान देश, यूरोपीय संघ के देश, उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया शामिल हैं।
ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष अरुण कुमार गरोदिया ने कहा, “मई 2023 में भारत के इंजीनियरिंग निर्यात में साल-दर-साल आधार पर लगभग 4.2 प्रतिशत की गिरावट आई। संचयी रूप से भी निर्यात प्रदर्शन में चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने 5.7 प्रतिशत की गिरावट रही। भारत के लिए अमेरिका और यूरोपीय देशों जैसे पारंपरिक इंजीनियरिंग गंतव्यों का इस गिरावट में प्रमुख योगदान रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका को निर्यात में गिरावट मुख्य रूप से घरेलू मांग में भारी गिरावट के साथ-साथ आसन्न मंदी की आशंकाओं से प्रेरित रही।
यूरोप रूस-यूक्रेन संघर्ष से उत्पन्न संकट से जूझ रहा है। इसके अलावा, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी पड़ोसी दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्थाओं ने मुख्य रूप से ऊर्जा और ऋण संकट के कारण पिछले वर्ष की तुलना में भारत से काफी कम आयात किया है। हालांकि, यह उल्लेखनीय है कि लंबे समय तक गिरावट के बाद उत्तर पूर्व एशिया में सकारात्मक निर्यात रुझान रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत से इंजीनियरिंग निर्यात में लगातार दूसरे महीने गिरावट जारी रही।

#ShahTimes

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here