नोटबंदी-2.0 पर कांग्रेस का मोदी सरकार का बड़ा हमला

#Notebandi2.0 #Shah Times
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बताया, मुद्रा की विश्वसनीयता खत्म करने वाला कदम

यूसुफ अंसारी

नई दिल्लीकांग्रेस ने दो हजार के नोट चलन से बाहर किए जाने के फैसले को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा है कि देश की करेंसी के साथ पीएम मोदी के प्रयोगों ने दुनिया भर में भारतीय करेंसी की साख गिरा दी है। लोगों को भरोसा नहीं रहा कि भारतीय नोट कितने दिन चलन में रहेगा। इसे बगैर सोचे समझे उठाए जाना वाला कदम बताते हुए मोदी सरकार से दो हजार का नोट चलाने और साढ़े छह साल बाद ही इसे बंद करने पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।

मंगलवार से देशभर के बैंकों में दो हजार के नोट बदलना शुरू हुए हैं। इसी दिन कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस फैसले को काला धन जमा करने वालों के लिए शाही स्वागत करने वाला जबकि किसानों और छोटे उद्योगों के लिए लाइन में लगने वाला फैसला करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रोफेसर गौरव वल्लभ पूरी तैयारी से प्रेस कांफ्रेंस करने कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने मिनी नोटबंदी को लेकर पांच बिंदुओं पर मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने बाकायदा सरकारी आंकड़े मीडिया के साथ साझा करते हुए मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप जड़े और कई सवाल पूछे।

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गौरव वल्लभ ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह इसके जरिए काला धन रखने वालों को दो हजार के नोट बदलने के लिए बैंकों में शाही स्वागत कर रही है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों के हाथ बहुत पहले दो हजार रुपये का नोट से निकल चुका था। तो इस 3.62 लाख करोड़ रुपये का अधिकांश हिस्सा काला धन रखने वालों के पास है। अब 2000 रुपए के नोट को बदलने के लिए बैंकों को किसी पहचान, फॉर्म या सबूत की जरूरत नहीं होगी। न आधार, न पैन कार्ड दिखाना पड़ेगा। तो, मोदी सरकार दो हजार रुपये के नोटों को बदलने के लिए काला धन रखने वालों का शाही स्वागत कर रही है।

वल्लभ ने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले काला धन रखने वाले बड़े पूंजीपति तो, आसानी से अपने नोट बदल लेंगे लेकिन देश के 11 करोड़ किसानों और 6 करोड़ लघु और मध्यम उद्योगों से जुड़े लोगों को एक बार फिर लंबी लाइनों में लगना पड़ेगा। इससे इन्हें परेशानी होगी ही साथ ही पूरी बैंकिंग व्यवस्था चरमरा जाएगी। अगले चार महीने सभी बैंकों की देशभर में फैला शाखाएं सिर्फ दो हजार के नोट बदलने में ही व्यस्त रहेंगी। ऐसे में बैंकों में बारी लेनदेन का रफ्तार काफी धीमी हो जाएगी। इससे आम लोगों के काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है।

गौरव वल्लभ ने पूरा हिसाब लगाकर बताया कि बैंकिंगल पर मोदी सरकार के इस फैसले की क्या असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अभी दो हजार के 181 करोड़ नोट चलन में हैं। इनकी कुल वैल्यू 3.62 लाख करोड़ रुपए है। एक व्यक्ति को एक बार में सिर्फ में दस नोट बदलने की इजाजत है। ऐसे में बैंकों को अगले 4 महीने में करीब 36 करोड़ ट्रांजेक्शन करने हैं। अगर एक व्यक्ति को दस नोट बदलने में औसतन 4 मिनट लगते हैं तो अगले 4 महीनों में दो हजार के नोटों को बदलने के लिए 144 करोड़ मिनट यानी 2.4 करोड़ घंटे लगेंगे। अगले 4 महीनों में कई बैंक शाखाएं इस एक्सचेंज में व्यस्त होंगी। उन्होंने कहा कि इससे बैंक कर्मियों को साथ आम लोगों को काफी परेशानी होगी।

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