वक्फ बिल पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर वक्फ संपत्ति हड़पने का आरोप लगा। इससे नाराज विपक्षी दलों के सांसदों ने बैठक का बहिष्कार किया।
नई दिल्ली, (Shah Times ) ।वक्फ बिल पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर वक्फ संपत्ति हड़पने का आरोप लगा। इससे नाराज विपक्षी दलों के सांसदों ने बैठक का बहिष्कार किया।
साथ ही, उन्होंने स्पीकर को पत्र लिखकर समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को हटाने की मांग की। उन्होंने स्पीकर से मिलने का समय भी मांगा। विपक्षी सांसदों का आरोप है कि समिति की कार्यवाही तय नियमों के मुताबिक नहीं चल रही है।
कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिपदी ने एक प्रेजेंटेशन दिया, लेकिन यह बिल से संबंधित नहीं था, बल्कि कर्नाटक सरकार और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को बदनाम करने के लिए था। अनवर ने अपने प्रेजेंटेशन में खड़गे पर वक्फ संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया, जिसका विपक्षी सांसदों ने विरोध किया।
दरअसल, मार्च 2012 में वक्फ पर 2.3 लाख करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाने वाली मणिपदी समिति ने तत्कालीन सीएम सदानंद गौड़ा को अपनी रिपोर्ट दी थी। उस समय कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अनवर मणिप्पाडी थे। उन्होंने इस समिति की अध्यक्षता भी की थी। करीब आठ साल बाद सितंबर 2020 में रिपोर्ट विधानसभा में पेश की गई। इसमें कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम थे।
वहीं, केरल विधानसभा ने सोमवार को विधेयक के खिलाफ सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से इसे वापस लेने का आग्रह किया। वक्फ (संशोधन) विधेयक आठ अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था और विपक्ष की आपत्तियों के बीच इसे जेपीसी को सौंप दिया गया था। समिति को अगले संसद सत्र के पहले सप्ताह के अंत तक अपनी रिपोर्ट लोकसभा में पेश करनी है।