इस घटना के जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड करने और 121 लोगों की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
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उत्तर प्रदेश, (शाह टाइम्स)। हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव फुलराई में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई जिसके बाद 121 लोगों की मौत हो गई, जिस दौरान कार्यक्रम के आयोजक देव प्रकाश मधुकर के घर के बाहर स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। वहीं स्थानीय लोगों ने जय भीम के नारे भी लगाए। स्थानीय लोगों ने आयोजक देव प्रकाश मधुकर और सत्संग के आयोजन में प्रवचनकर्ता सूरजपाल उर्फ भोले बाबा सहित 78 आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सबसे अधिक महिलाओं की हुई मौत
आपको बता दें कि सिकंदराराऊ भोले बाबा के संत्सग के वक्त हुए हादसे में 121 लोगों की जान गई है। जिसमें सबसे अधिक महिलाओं की मौत हुई है। वहीं इसके साथ ही हादसे में सात बच्चों की मौत हुई है, साथ ही इसके अलावा पुरुष भी शामिल है।
डॉग स्क्वाड की टीम जांच के लिए पहुंची
दरअसल हाथरस भगदड़ स्थल की जांच-पड़ताल के लिए फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचाई गई और साथ में डॉग स्क्वाड की टीम भी मौके पर पहुंची।
गंभीर धाराओं में FIR दर्ज कराई गई
हाथरस सत्संग भगदड़ हादसे में भारत न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में FIR दर्ज कराई गई है। जिसमें मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर समेत अन्य अज्ञात आयोजकों, सेवादारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 105 बीएनएस में मामला दर्ज हुआ है और साथ ही सबूत छिपाने की धारा 238 बीएनएस भी लगाई गई है।
भगदड़ का हादसा इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा तक
हाथरस सत्संग में हुई भगदड़ में मौतों का ये मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है। जिसमें अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने चीफ जस्टिस अरुण भंसाली को लेटर पिटीशन भेजा है। दरअसल लेटर पिटीशन में पूरी घटना की CBI या न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की गई है।
जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड करने की मांग
इस घटना के जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड करने और 121 लोगों की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
पूरे मामले की जांच स्पेशल इंस्टिगेटिव एजेंसी से कराए जाने का आदेश दिए जाने की भी मांग की गई है।
मृतकों के परिजनों को दिया जाए उचित मुआवजा
इस हादसे में घायलों और मृतकों के परिजनों पर उचित मुआवजा दिए जाने की भी मांग की गई है। घायलों को समुचित इलाज की व्यवस्था करने की भी मांग की गई है। कोर्ट अगर इस पत्र याचिका को मंजूर करती है तो जनहित याचिका कायम कर सुनवाई कर सकती है। इस मामले में कोर्ट भी कोई सख्त आदेश दे सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूछा घायलों का हालचाल
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस सत्संग भगदड़ कांड के घायलों का हालचाल जानने के लिए बुधवार यानी की 3 जुलाई को हाथरस जिल अस्पताल पहुंचे हैं। जहाँ पर अस्पताल में हादसे में घायल हुए 10 लोगों का इलाज चल रहा है। घायलों से मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से हादसे पर अपडेट भी लिया था।
हादसे पर सियासत जंग शुरू
हाथरस हादसे पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। जिस दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने हादसे के लिए योगी सरकार को दोषी ठहराया है।